लखनऊ: उत्तर प्रदेश आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. डॉ मसूद ने पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है और गठबंधन पर टिकट वितरण को लेकर आरोप लगाया. पत्र के माध्यम से उन्होंने टिकट बेचने का आरोप लगाया है. अपने पत्र में डॉ मसूद ने आरोप लगाते हुए लिखा है कि दलितों अल्पसंख्यकों की उपेक्षा हुई है. उन्होंने लिखा है कि इस चुनाव में अपनी गलतियों के कारण हार हुई है. जीता हुआ चुनाव कुछ गलतियों के कारण हार गए. गठबंधन में नेताओं का सही उपयोग नहीं हुआ. ये सारे आरोप एक खुले पत्र में लिखकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद ने अपना इस्तीफा दे दिया. अब इस इस्तीफे के बाद कई सवाल उठ रहें हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में आरएलडी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, गठबंधन का हिस्सा बनते हुए आरएलडी ने 33 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. जिसमे सिर्फ 8 ने जीत दर्ज़ की. सपा और आरएलडी का साथ आना माना जा रहा था कि ये जोड़ी कमाल करेगी लेकिन इसका कोई खासा असर नज़र नहीं आया.
वही आज गठबंधन के एक और साथी सुभसपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष को लेकर भी बड़ी खबर सामने आयी थी कि वो भाजपा के मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं लेकिन इस बात का खंडन उन्होंने किया और कहा कि ये सब अफवाहे है इसपर ध्यान न दिया जाये.
गौरतलब है की भाजपा के खिलाफ इस विधानसभा चुनाव में सपा ने कई पार्टियों के साथ गठबंधन किया और मैदान में उत्तरी, आरएलडी,सुभासपा, महान दल इसमें शामिल है, लेकिन तमाम दलों के साथ चुनाव लड़ने के बाद भी सपा गठबन्धन को सिर्फ 125 सीटों पर संतोष करना पड़ा.