गाजियाबाद। गाजियाबाद में रैपिड रेल प्रोजेक्ट में काम कर रहे एक कर्मचारी की नया बस अड्डा पर निर्माणाधीन स्टेशन से गिरकर मौत हो गई। सेफ्टी बेल्ट टूटने से मजदूर करीब 100 फुट ऊंचाई से नीचे गिर गया। आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना 25 जुलाई क दोपहर 3 बजे की हैं।इस घटना में परिजनों ने निर्माण कर रही कंपनी के खिलाफ 27 जुलाई को सिहानी गेट थाने में FIR कराई है।
मेरठ तिराहे पर अंडर कंस्ट्रक्शन RRTS स्टेशन पर 25 जुलाई को हुआ हादसा।
एटा जिले में जैथरा थाना क्षेत्र के गांव बनार खिरिया निवासी चंदन कुमार व उनका छोटा भाई अमन कुमार गाजियाबाद में रैपिड रेल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। KEC/मास इंजीनियरिंग कंपनी के अधीन दोनों कार्यरत थे। चंदन कुमार के द्वारा दर्ज कराई गई FIR के अनुसार 25 जुलाई की दोपहर दोनों भाई गाजियाबाद में मेरठ तिराहे पर बन रहे रैपिड रेल स्टेशन की साइट पर काम कर रहे थे। अमन कुमार सेफ्टी बेल्ट, कपड़े, जूते समेत सभी उपकरण पहनकर तकरीबन 100 फुट ऊंचाई पर काम कर रहा था। अचानक सेफ्टी बेल्ट टूट जाने से वह नीचे आ गिरा। साथी मजदूर घायल अमन को वसुंधरा सेक्टर 15 के अस्पताल में ले गए, वहां उसे मृत घोषित कर दिया।
हादसे के लिए कंपनी और घटिया उपकरण जिम्मेदार
अमन के भाई चंदन कुमार ने कहा, इस मौत के लिए निर्माण कराने वाली कंपनी सीधे तौर पर जिम्मेदार है। इस हादसे के तुरंत बाद कंपनी की तरफ से न तो कोई एंबुलेंस मुहैया कराई गई और न ही कोई इलाज की व्यवस्था की गई। इस कारण उनके भाई की मौत हुई है। चंदन कुमार का आरोप है कि खराब सेफ्टी उपकरण होने की वजह से सेफ्टी बेल्ट टूट गई और उनका भाई नीचे आ गिरा। सिहानी गेट थाने की पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 304-A का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दो महीने में तीसरा बड़ा हादसा।
कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप के PSO की कार पर रैपिड रेल साइट से सरिया आ गिरा था। इसमें PSO बाल-बाल बचे थे। इससे पहले मोदीनगर में करीब 55 टन वजनी सीमेंटेड सेगमेंट नीचे आ गिरा था। करीब दो महीने के भीतर रैपिड रेल साइट पर यह तीसरा हादसा है।