देश के नमक से लेकर देश के सॉफ्टवेयर तक टाटा ग्रुप ने खुद को एक एक्सिलेंस के तौर पर साबित किया है, हाल ही में टाटा ग्रुप ने गुजरात सरकार के साथ एग्रीमेंट साइन किया है, इस एग्रीमेंट में एक Giga फैक्ट्री स्थापित करने का प्रस्ताव सामने रखा है इस फैक्ट्री में लिथियम-आयन बैटरीज की मैन्युफैक्चरिंग होगी।
आरंभिक चरण में शुरुआती निवेश के तौर पर 130 अरब रुपयों का इन्वेस्टमेंट टाटा ग्रुप द्वारा किया जायेगा, Tata Agaratas Energy Storage Solutions टाटा ग्रुप की एक सब्सिडियरी है जिसने बीते शुक्रवार गुजरात सरकार के साथ एक MOU (मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग) साइन किया है जिसमे की इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की बात की है।
कथित तौर पर यह प्लांट 20 Gigawatt-hours की बिजली बनाने की क्षमता रखेगा, गुजरात सरकार के अनुसार यह प्लांट 13000 से भी अधिक लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार प्रदान करेगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को 2070 तक ज़ीरो कार्बन एमिशन्स की ओर आगे बढ़ाना चाहते हैं।
टाटा का यह नया EV प्लांट गुजरात को लिथियम बैटरी निर्माण में अग्रणी बना देगा और समूह राज्य में उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने में सहायता करेगा।