योगी-अखिलेश में छिड़ी जुबानी जंग, केशव बोले- कांग्रेस के मोहरा सपा मुखिया सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें

यूपी में उपचुनाव से पहले नेताओं के बीच तीखी टिप्पड़ी देखने को मिल रही है। सीएम योगी और अखिलेश यादव के बीच जुबानी जंग जारी है। इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने एक्स पर लिखते हुए कहा कि भाषा से पहचानिए असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत। अखिलेश यादव के इस बयान के बीच से यूपी में सियासत बढ़ गई है। दोनों दलों के के कई नेताओं के बीच वार पलटवार जारी है।

इसी बीच उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने अखिलेश यादव के बयान पलटवार करते हुए बड़ा हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ”सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव जी आप कांग्रेस के मोहरा और श्री राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपके बयानबाज़ी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है । ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा माँगें। आपकी भाषा ही सपा को समाप्त वादी पार्टी बनायेगी”

साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत : अखिलेश यादव

दरअसल योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंत और असली संत की पहचान उसकी भाषा से किए जाने की बात करते हुए लिखा कि दुनिया में साधु के भेष में कई धूर्त लोग भी घूमते रहते हैं। इससे पहले सपा प्रमुख ने कहा था कि जो क्रोध करेगा वो योगी नहीं हो सकता है, इसलिए मठाधीश मुख्यमंत्री हैं। गुरुवार को प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने कहा कि मेरी तस्वीर देख लो और उनकी (योगी) तस्वीर देख लो, फिर बताना कि माफिया कौन लग रहा है।

‘मठाधीश और माफिया शब्द से गरमाई यूपी की सियासत

गौरतलब है कि पिछले दिनों सपा मुखिया ने एक बयान ‘मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता’ दिया था। इस बयान ने पूरे प्रदेश में हंगामा मचा दिया था। जिसे लेकर बीजेपी और संत समाज ने काफी नाराजगी जाहिर की थी। अखिलेश यादव का वो बयान सीएम योगी पर निशाना साधते हुए आया था। बाद में उन्होंने कहा कि मैनें कभी किसी संत को लेकर टिप्पणी नही की, मुझे नही पता उन्होंने इसका भाव किस तरह लिया है। मैं यही कहूंगा कि वो हमारे प्रदेश के सीएम मठाधीश हैं। उनसे किस भाषा की उम्मीद करें। जब से भाजपा हारी है तब से उनकी भाषा ही बदल गई है।

Related Articles

Back to top button