
अमरमणि की रिहाई के बाद से मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने भारत समाचार पर अपना दर्द बयां किया. 20 वर्षों से अपनी बहन के लिए इन्साफ की लड़ाई लड़ने वाली निधि शुक्ला आज निराश और हताश हैं. भारत समाचार के एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्रा से बात करते हुए निधि रो पड़ी. उन्होंने कहा कि आज वो अकेली पड़ चुकी हैं.
सिस्टम के रवैये से टूट चुकी निधि शुक्ल ने यूपी सरकार और राज्यपाल से मदद की गुहार लगाई. उन्होंने कहा कि मधुमिता हत्याकांड को लेकर उनका पक्ष तक नहीं सुना गया. बड़े-बड़े सफेदपोशों के खिलाफ जंग छेड़ने वाली निधि शुक्ला अमरमणि की रिहाई पर बोलते हुए कहा कि उसके पास बड़ी राजनीतिक शक्ति है, जिसका दुरूपयोग कर हमेशा उसने निधि को रोकना चाहा.
निधि अमरमणि के इसी दबाव को एक बड़ा कारण मानती हैं जिस वजह से 20 साल में उनका पक्ष तक नहीं सुना गया. निधि ने डिबेट के दौरान खुद को धमकी भरे कॉल्स आने का भी आरोप लगाया. एक कुख्यात सजायाफ्ता अपराधी के असामयिक रिहाई के चलते वो डर के साये में जी रहीं है. वो अपनी कवियित्री बहन को याद कर भावुक हो गईं और कहा कि उन्होंने कोशिश तो की लेकिन सिस्टम की निष्ठुरता के चलते वो इस इन्साफ की लड़ाई को हार गईं.
बहरहाल, निधि यूपी सरकार और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मदद की गुहार लगा रहीं हैं. उनका कहना है कि कम से कम एक बार उनका भी पक्ष सुनना होगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि 20 साल से अमरमणि जेल भी नहीं गया है. उन्होंने इस सम्बन्ध में कई साक्ष्य होने की भी बात कही. निधि शुक्ला का परिवार इस समय बिल्कुल अकेला पड़ गया है. उम्मीद है तो इंसाफ की एक किरण की.