अमरोहा. उत्तर प्रदेश के अमरोहा में पुलिस की लापरवाही के चलते रेप पीड़िता नाबालिग की हत्या कर दी गई। नाबालिग का शव गांव के ही खेत मे पेड़ से लटका मिला। परिजनों ने दुष्कर्म के आरोपी मोनू पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। हैरानी की बात तो ये है कि दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज होने के एक महीने बाद भी आरोपी मोनू को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया था। परिजनों का आरोप है कि आरोपी रोजाना पीड़िता और उन्हें धमकाता था, जिसके बाद आज रेप पीड़िता नाबालिग की हत्या कर उसका शव पेड़ से लटका दिया गया। फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस के दुष्कर्म के आरोपी मोनू समेत 3 लोगो पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसपी पूनम ने इस मामले में थाना प्रभारी अशोक आर्य समेत 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
पूरा मामला अमरोहा के थाना आदमपुर के इकोना गांव है। गांव के ही मोनू ने 25 सितंबर को नाबालिक के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था, लेकिन पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा ना करके छेड़छाड़ की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, जब पीड़िता का मेडिकल कराया गया तो उसमें दुष्कर्म होना पाया गया। जिसके बाद परिजनों ने जिले के अधिकारियों से गुहार लगाई और फिर दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया। लेकिन पुलिस आरोपियों पर बराबर मेहरबान दिखाई दी। क्योंकि घटना को अंजाम देने वाले खुलेआम घूम रहे थे, जिससे परिवार दहशत और सदमे में था। लेकिन आज सुबह रेप पीड़िता नाबालिक का शव खेत में पेड़ से लटका मिला।
परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस वक्त रहते आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो हो सकता था नाबालिक दुष्कर्म पीड़िता आज समाज में जिंदा होती। लेकिन उस परिवार की पुलिस के अधिकारियों ने एक न सुनी अब जब ये मामला मीडिया में छाया तो जिले के आला अधिकारियों ने भी सिर्फ थाना अध्यक्ष और दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर अपना पल्ला झाड़ दिया अब उस परिवार पर क्या बीत रही है।