
सपा के राष्टीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्रीय आम बजट को बहुत ही निराशाजनक बताया है। उन्होंने इसे सिर्फ लोकलुभावन वादे बताया है। उन्होंने मोदी का नाम लेते हुए कहा पहले बेरोजगारों की संख्या 2% थी अब आठ प्रतिशत हो गयी हैं। आज 6 करोड़ से अधिक नौजवान बेरोजगारी को झेल रहा हैं।
महिलाओं, दलित, पिछड़ों के लिए इसमें कोई प्रावधान नहीं हैं। महिला सुरक्षा को लेकर भी इसमें कुछ शामिल नही है। सरकार ने महिलाओं से संबंधित अपराध को बढ़ावा देने का काम किया है। जो स्कॉलर थी उसे भी खत्म कर दिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने आगे कहा, मनरेगा योजना जो प्रभावशाली योजना थी। जिसने करोड़ो लोगों को रोजगार दिया उसमे 33 % की कटौती की है। उन्होंने सरकार को ये गरीबों की दुश्मन और विरोधी बताया है। सरकार पर निशाना साधते हुए स्वामी प्रसाद ने कहा कभी किसानों की आय दुगुनी करने की बात कही थी लेकिन आज किसान की महंगाई से कमर टूट गई। किसानों के साथ ये सरकार धोखा कर रही है।
छुट्टा जानवर को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई। चुनावी वर्ष 2024 में आवास देने का ये वादा यानी छलावा कर सकते है। सरकारी क्षेत्र में नौजवानों के लिए सरकारी नौकरियां गायब है जबकि 30 लाख पद रिक्त है। नौजवानों को इस सरकार ने ठगने का काम किया। किसान विरोधी यूरिया में कटौती करने का काम किया है सरकार ने। ये बजट सिर्फ लोक लुभावन है। इसमें किसी वर्ग का ख्याल नही रखा गया है।
मेरे 11 दिन के वक्तव्य में श्रीराम का नाम आज भी नही आया है। महिलाओं, दलितों, अतिपिचड़ो को अपमानित करने का जो कार्य किया जा रहा है उसे खत्म करना वाहिए। संविधान विरोधी है उसे खत्म करना चाहिए। ऐसे जो धर्म के ठेकेदार बयान दे रहे तलवार से , सर तन से जुदा ऐसे बयान दे रहे है। और जो बयान से अब पीछे हट रहे है। धर्म की चादर ओढ़कर ये भेड़ियों का चेहरा उजागर हो रहा है। धर्म के जो ठेकेदार है ये अपमान करना ही अपना धर्म मानते है।