
उत्तर प्रदेश के चंदौली के हिस्ट्रीशीटर कन्हैया यादव के घर पुलिस की दबिश के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी बेटी की मौत के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है। यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना को लेकर सीधे योगी सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की जाति के अधिकारी ने सबकुछ जानबूझकर किया। उसे पता था कि वहां अपराधी नहीं है, इसके बाद भी घर में घुसा और तांडव मचाया।
आरोप लगाते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा पुलिस ने जाति के आधार पर घटना की है और वहां के इंस्पेक्टर या पुलिस के लोगों ने डराने के लिए ये किया है। अगर लड़की की जान गई है तो इन पुलिसवालों पर 302 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए, इन्हीं की वजह से जान गई है।
वही लाउडस्पीकर उतारने पर अखिलेश ने कहा कि शुरुआत तो मुसलमानों के लाउडस्पीकर उतारने के लिए हुई थी लेकिन इन्होंने तो अपने भी लाउडस्पीकर हटा दिया। मुख्यमंत्री और सरकार तो अपने को हिंदूवादी सरकार बोलती हैं आखिरकार फिर क्यो मंदिरों के लाउडस्पीकर हटा दिए। लाउडस्पीकर हटाने वाली सरकार ये बताए ये नौजवानों को नौकरी और रोजगार कब देगी।
‘बुलडोजर’ सिर्फ डराने के लिए- अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुलडोजर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा बुलडोजर सिर्फ डराने के लिए चलाया जा रहा है। हमनें पहले भी कहा है कि ये सरकार संविधान के नियमों और कानूनों को नहीं मानती। ये बात अब साबित हो गई है। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम स्वरूप यादव की मूर्ति अनावरण करने लखनऊ के मोहनलालगंज में पहुंचे अखिलेश यादव ने दिया ये बयान।