वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर मनाए जाने वाले देव दीपावली के महापर्व में उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश के कई मंत्री शामिल होंगे। वाराणसी में उप राष्ट्रपति और सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन की तैयारी पूरी हो गई है। नमो घाट पर उप राष्ट्रपति और सीएम योगी आदित्यनाथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में शमिल होंगे और उसके बाद क्रूज पर सवार होकर काशी में लाखों दीपो से सजे घाट और मां गंगा की होने वाली महा आरती को देखेंगे। वही बाबा श्री काशी विश्वनाथ के गंगा द्वारा यानी ललिता घाट पर लेजर शो के माध्यम में शिवपुराण के अलावा आतिशबाजी को देखेंगे।
देव दीपावली पर वाराणसी शहर में नो फ्लाइंग जोन, घाटों पर बढ़े सीसीटीवी कैमरों की संख्या
देव दीपावली के पर उप राष्ट्रपति और सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा इस पर्व में शामिल होने के लिए देश -विदेश से आने वाले लाखो पर्यटक व श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। डीसीपी गौरव बंसवाल के अनुसार देव दीपावली पर गंगा घाट पर पुलिस के जवानों के साथ पीएसी, जल पुलिस के साथ सादे वस्त्र में पुलिस की खुफिया व एलआइयू की टीम मौजूद रहेगी। इसके अलावा सभी घाटों पर पुलिस द्वारा मचान बनाया जा रहा है, जिससे भीड़ पर नजर बनाया जा सके। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या में इजाफा किया गया है। जिन घाटों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, वहां भी सुरक्षा के दृष्टिगत अब सीसीटीवी कैमरों को इंस्टॉल करवा दिया गया है। वीवीआईपी और लाखो की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने नो फ्लाई जोन का निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद अब कोई भी व्यक्ति या संस्था बिना अनुमति ड्रोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, गुब्बारों को नहीं उड़ाएंगे। यदि ऐसा कोई करता है, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नाव के रेट को लेकर सख्त हुआ पुलिस कमिश्नरेट, नाविकों को दिया गया सख्त निर्देश
देव दीपावली पर गंगा में नौका विहार के लिए लाखो पर्यटक आतुर रहते है। ऐसे में नाविक नौका विहार करवाने के नाम पर आम दिनों की अपेक्षा कई गुना पैसे की डिमांड करते है। ऐसे में अक्सर नाविकों और पर्यटकों में पैसे को लेकर नोक झोंक की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। पुलिस ने इसे देखते हुए नाविकों को सख्त निर्देश दिया है। डीसीपी गौरव बांसवाल ने बताया कि सभी नाविकों को निर्देशित किया गया कि बिना लाइफ जैकेट किसी भी पैसेंजर को वह अपनी नाव में नहीं बैठाएंगे और निर्धारित किए गए रेट यात्रियों को पहले दिखाकर ही उन्हें नाव पर बैठाएंगे। जिससे यात्रा के बाद या बीच में किसी प्रकार कोई विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो।