विद्या परीक्षा केंद्र का CM Yogi ने किया शुभारंभ, बोले- छात्र परीक्षा से डरे नहीं, तनाव मुक्त रहें…

सीएम योगी ने कहा कि अब तक ये देखा जाता था की बड़ी संख्या में छात्रों को स्कूल जाने के लिए ड्रेस नहीं हुआ करती थी. छात्र नंगे पांव और कभी-कभी नंगे बदन स्कूल जाने को मजबूर थे. बड़ी संख्या में बालिकाएं भी नंगे पांव स्कूल जाने को मजबूर थीं. इस समस्या को देखते हुए हमने यह फैसला लिया कि बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ने वाले ऐसे सभी छात्र-छात्राओं को ड्रेस उपलब्ध कराया जाए.

शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया. साथ ही एग्जाम वॉरियर्स पुस्तक का वितरण किया. सीएम ने विद्या समीक्षा केंद्र का शुभारंभ किया और 1698 बच्चों को टेबलेट वितरित किया. उन्होंने 8 बच्चों को धनराशि भी वितरित की. कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने छात्र-छात्राओं को उनकी परीक्षाओं के लिए सफलता के मंत्र भी दिए.

सीएम योगी ने 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं को उनके आगामी बोर्ड परिक्षाओं के लिए शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि अभिभावक और अध्यापकों के दबाव के कारण बच्चे तनाव में आकर परीक्षाओं में बहुत हतोत्साहित हो जाते हैं. ऐसे में तनाव मुक्त वातावरण में परीक्षाओं की तैयारी कैसे करनी है और परीक्षा को कैसे हम एक सामान्य रूटीन वर्क के रूप में लें, इस पर आज प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन प्राप्त होने जा रहा है.

सीएम ने कहा कि जिन मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया है, उनकी संख्या 1698 है. जिनमें से 873 केवल बालिकाएं हैं. ये संख्या दिखाती है कि बालिकाओं के मन में कुछ कर गुजरने की जो एक भावना है वो किसी भी छात्रा के अंदर होगी, चाहे वो किसी बोर्ड से हो. सीएम योगी ने कहा सभी अभिभावक, विद्यालयों के प्रधानाचार्य व प्रबंधन सुनिश्चित करें कि परीक्षा काल में विद्यार्थी तनाव-मुक्त रहें.

उन्होंने कहा कि अक्सर बहुत सारे अभिभावक बालिकाओं के प्रति बहुत उतना ध्यान नहीं देते. उन्हें तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए हम लोगों ने एक तो उनकी पढ़ाई लिखाई में किसी प्रकार का कोई भेदभाव ना हो इसके लिए स्नातक तक की शिक्षा उनके लिए मुफ्त में करने की व्यवस्था की है. लेकिन साथ साथ यह भी व्यवस्था की गई है ये बालिका के जन्म होने से लेकर के और वह जब तक अपने पैरों पर खड़ा नहीं होती है तब तक के लिए हम लोगों ने प्रदेश के अंदर मुख्यमंत्री कन्या योजना भी जन्म से लेकर के स्नातक तक की पढ़ाई की अलग-अलग में भी हम उसको भी करा रहे हैं.

सीएम योगी ने कहा कि अब तक ये देखा जाता था की बड़ी संख्या में छात्रों को स्कूल जाने के लिए ड्रेस नहीं हुआ करती थी. छात्र नंगे पांव और कभी-कभी नंगे बदन स्कूल जाने को मजबूर थे. बड़ी संख्या में बालिकाएं भी नंगे पांव स्कूल जाने को मजबूर थीं. इस समस्या को देखते हुए हमने यह फैसला लिया कि बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ने वाले ऐसे सभी छात्र-छात्राओं को ड्रेस उपलब्ध कराया जाए. उन्हें जूते-मोजे और स्वेटर भी उपलब्ध कराए जाएं और इसके लिए वर्तमान में 01 करोड़ 91 लाख बच्चों को यह सुविधा हम लोग DBT के माध्यम से उपलब्ध करा रहे हैं.

Related Articles

Back to top button
Live TV