कोरोना से निपटने के लिए केंद्र और राज्यों को “सहयोग की भावना” से काम करने की जरुरत : मनसुख मंडाविया

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की और COVID-19 की रोकथाम, प्रबंधन और राष्ट्रीय COVID-19 टीकाकरण अभियान की प्रगति की जानकारी भी ली. बीते गुरूवार को आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक से पीएम मोदी के संदेश का उल्लेख करते हुए, मंडाविया ने सतर्क रहने और COVID19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने को कहा.

विश्व स्तर पर COVID के बढ़ते मामलों पर ध्यान देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि पिछली बार कोरोना के समय जिस तरह से केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर काम किया था. इस बार भी उसी तरह से केंद्र और राज्यों को “मिलकर” और “सहयोग की भावना” में काम करने की आवश्यकता है.

शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों, प्रधान सचिवों, अतिरिक्त मुख्य सचिवों और सूचना आयुक्तों के साथ एक वर्चुअल बैठक की. इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि देश को सतर्क रहने और कोविड प्रबंधन के लिए पूरी तरह से तैयार रहने की जरूरत है.

चीन, जापान, ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे कुछ देशों में कोरोना के मामलों में अचानक उछाल को देखते हुए यह बैठक आयोजित की गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार और नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल भी मौजूद रहे.

इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की और COVID-19 की रोकथाम, प्रबंधन और राष्ट्रीय COVID-19 टीकाकरण अभियान की प्रगति की जानकारी भी ली. बीते गुरूवार को आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक से पीएम मोदी के संदेश का उल्लेख करते हुए, मंडाविया ने सतर्क रहने और COVID19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने को कहा.

कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य सरकारों को स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन लागू करने के लिए कहा. बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट,वैक्सीनेशन पर ध्यान देने की जरुरत है. राज्य सरकारें कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराएं. राज्यों को सहयोग की भावना से काम करने की जरूरत है. उन्होंने राज्यों को हर जिले में टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए, ज्यादा से ज्यादा केसों की जीनोम सीक्वेंसिंग और RTPCR और एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के लिए कहा.

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