उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक नरसंहार के बाद तनाव के माहौल को देखते हुए मृतक पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव की राईफल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया और साथ ही गांव के रहने वाले 11 अन्य लोगों की लाइसेंस निरस्त निरस्त कर दिया गया। जिलाधिकारी ने जांच के बाद की कार्रवाई की।
देवरिया
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) October 18, 2023
➡देवरिया के फतेहपुर गांव में हुए नरसंहार का मामला
➡मृतक प्रेमचंद यादव की बंदूक का लाइसेंस निरस्त
➡गांव के रहने वाले 11 लोगों का लाइसेंस निलंबित
➡डीएम ने जांच के बाद की कार्रवाई#Deoria pic.twitter.com/eHCkyPhWHR
यह कार्रवाई एसपी की रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा की गई है। इसमें तीन लाइसेंस वारदात के बाद ही सस्पेंड कर दिए गए थे। जिसमें गेंदालाल यादव व जेल में बन्द अनिरुद्ध यादव की बंदूक तथा अभय यादव की पिस्टल है।
सामूहिक नरसंहार का मुख्य आरोपी नवनाथ मिश्रा को पहले गिरफ्तार किया जा चूका है। पुलिस ने नवनाथ मिश्रा की भभोली तिराहे से गिरफ्तार किया था। वहीं मामले में अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। ये पूरा मामला रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव का था। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त नवनाथ मिश्रा मृतक प्रेमचंद यादव का राइट हैंड है और उनकी गाड़ी चलाता था।
बता दें कि 2 अक्टूबर यानी वारदात के दिन जब अभियुक्त नवनाथ मिश्रा को पता चला कि प्रेमचंद की हत्या हो गई है तो वह सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंच गया और मृतक प्रेमचंद यादव की राइफल से सत्य प्रकाश दुबे के घर पर राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग की और गोली सत्य प्रकाश दुबे,गांधी और सलोनी को लगी जिससे तीनों की मौत हो गई। इस पूरे हत्याकांड में प्रेमचंद यादव की हत्या हुई है तो वहीं सत्य प्रकाश दुबे के परिवार में पांच लोगों की हत्या हुई है।