खेत बेंचकर लड़की पक्ष ने दूल्हे के लिए ली थी कार, दुल्हन करती रही इंतजार,नहीं आई मंत्री के बेटे की बारात!

पीड़ित लड़की के पिता का हौसला टूट गया. अब गांव में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. वहीं मामले में जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है. उन्होंने इस मामले को लेकर बड़ी ही बचकानी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि लड़की पक्ष से मेरी कभी बात ही नहीं हुई. वहीं बेटे की शादी को लेकर उन्होंने कहा कि बेटे दिलीप की तबियत काफी खराब थी इस वजह से बारात लड़की के घर नहीं पहुंची.

शनिवार को ताजनगरी आगरा से हैरान करने वाले खबर सामने आई. उत्तर प्रदेश सरकार में जेल राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे की शुक्रवार को शादी थी. लड़की पक्ष ने शादी की पूरी तैयारी कर रखी थी. मंडप सजा हुआ थी लेकिन मंत्री के बेटे की बारात लड़की पक्ष के घर नहीं पहुंची. मामला दरअसल, प्रेम संबध का है.

जेल राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे दिलीप का गांव के ही पीड़ित लड़की के साथ प्रेम संबंध था. दोनों के प्रेम संबंधों की चर्चा गांव में अक्सर होती थी. प्रेम संबंध के इसी मामले को लेकर गांव में पंचायत हुई थी जिसमें सरपंचों ने यह फैसला लिया था कि जेल राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे दिलीप पीड़ित लड़की से शादी करेंगे.

गांव की पंचायत के इस फैसले के बाद लड़की पक्ष ने शादी की तैयारियां शुरू कर दी थीं. जानकारी के मुताबिक, लड़की पक्ष आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था. गरीबी के चलते पीड़ित लड़की के पिता ने जमीन बेचकर, दहेज में देने के लिए कार भी खरीदी थी लेकिन शादी वाले दिन जब मंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे की बारात उस गरीब पिता के चौखट पर नहीं पहुंची तो उन्हें बड़ी जलालत महसूस हुई.

पीड़ित लड़की के पिता का हौसला टूट गया. अब गांव में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. वहीं मामले में जेल राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है. उन्होंने इस मामले को लेकर बड़ी ही बचकानी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि लड़की पक्ष से मेरी कभी बात ही नहीं हुई. वहीं बेटे की शादी को लेकर उन्होंने कहा कि बेटे दिलीप की तबियत काफी खराब थी इस वजह से बारात लड़की के घर नहीं पहुंची.

उत्तर प्रदेश सरकार में मौजूदा जेल राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने लड़की के घर बारात न पहुंचने की वजह बेटे की बीमारी बताई. वहीं इस मामले में मंत्री धर्मवीर प्रजापति के खुद के बयान विरोधाभासी हैं. एक तरफ वो ये भी कह रहे हैं कि लड़की के परिजनों से उनकी कोई बात नहीं हुई और दूसरी तरफ बारात ना पहुंचने की वजह बेटे की खराब तबियत बता रहे हैं. बहरहाल, लड़की के पिता निराशा और आत्मग्लानि के अंधकार में डूबे हुए हैं.

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