
गोरखपुर में औद्योगिक विकास की रफ्तार को नया आयाम देते हुए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप के तहत भूखंडों के आवंटन की तैयारी तेज कर दी है। 17 जून को शासन द्वारा इस टाउनशिप के मास्टर प्लान को अनुमोदित कर दिया गया है और सप्ताहभर में औद्योगिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।
योगी सरकार की इन्वेस्टर्स फ्रेंडली नीति बनी आधार
पिछले आठ वर्षों में यूपी की निवेश-प्रोत्साहन नीतियों और बेहतर होती रोड कनेक्टिविटी ने गोरखपुर को निवेश के नए केंद्र के रूप में स्थापित किया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की शानदार कनेक्टिविटी ने धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप को एक ‘गेम चेंजर’ बना दिया है।
अधिग्रहण जारी, अब तक 600 एकड़ भूमि अधिग्रहित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर धुरियापार में 17 गांवों की भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की गई थी। अब तक 600 एकड़ से अधिक भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है। अधिग्रहण पूर्ण होने पर यह पूर्वांचल की सबसे बड़ी इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनेगी।
बड़े निवेशकों की दिलचस्पी
यहां अडानी समूह द्वारा एसीसी सीमेंट प्लांट, श्री सीमेंट और केयान डिस्टिलरी जैसे बड़े ब्रांड निवेश में रुचि दिखा चुके हैं। इसके साथ ही सरकार इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की भी योजना बना रही है।
प्रारंभिक चरण में दो औद्योगिक सेक्टर
गीडा की सीईओ अनुज मलिक ने बताया कि मास्टर प्लान की मंजूरी के बाद शुरुआती चरण में दो सेक्टर्स में भूखंडों का आवंटन किया जाएगा और भूमि अधिग्रहण व आवंटन की प्रक्रिया साथ-साथ चलेगी।