
उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से ही बहुजन समाज पार्टी का हाथी पहाड़ पर चढ़ने में नाकाम साबित हुआ है। हरिद्वार और उधमसिंहनगर जिले को छोड़ दे तो बहुजन समाज पार्टी का उत्तराखंड में जनाधार राज्य बनने के बाद से ही हास्य पर है। इस बार हरिद्वार जिले में जिला पंचायत चुनाव में भी बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
पार्टी के कई नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं, जिस कारण आगामी निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी संकट में पड़ गई है। बहुजन समाज पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी इमरान मसूद जुट गए हैं। संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।
प्रदेश प्रभारी इमरान मसूद का कहना है कि 2027 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनाने के लक्ष्य पर हमारे द्वारा कार्य किया जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी को छोड़ रहे नेताओं पर इनका कहना है कि बहुजन समाज पार्टी नेता बनाने की फैक्ट्री है इसलिए किसी भी नेता के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है।









