नए संसद के विरोध को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण कहा इसे उत्सव की तरह देखा जाना चाहिए

नए संसद भवन के उद्घाटन पर सियासत कम नहीं हो रही है। विपक्ष पीएम मोदी के द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन करने का लगातार

नए संसद भवन के उद्घाटन पर सियासत कम नहीं हो रही है। विपक्ष पीएम मोदी के द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन करने का लगातार विरोध कर रहा है। वही दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेता नई संसद को ऐतिहासिक बता रहे हैं। इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे एक उत्सव की संज्ञा दी हैं और कहा की इस पर विवाद दुर्भाग्य पूर्ण बताया हैं।

विपक्षी दलों द्वारा नए संसद के उद्घाटन का बहिष्कार करने पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा मुझे लगता है कि संसद भवन का उद्घाटन लोकतंत्र का एक उत्सव है और हमें उसी तरह इसे लेना चाहिए। ये विवाद का विषय नहीं बनना चाहिए। अगर ये विवाद का विषय बनता है तो ये दुर्भाग्य है। कुछ लोगों की ये कोशिश चल रही है लेकिन हमें इस उत्सव को मिलकर मनाना चाहिए।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तिलकवाड़ा तालुका के व्याधर गांव में स्मार्ट आंगनवाड़ी का भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा, “जिले में 7 स्मार्ट आंगनवाड़ी बनाने, 3 जगह स्वास्थ्य और कल्याण का सेंटर, एक जगह एंबुलेंस और एक मोबाइल हेल्थ फैसिलिटी देने का निर्णय लिया गया है। नर्मदा जिले में हमारी कोशिश रही है कि यहां पर बैठकें हो, व्यापार बढ़ें और रोजगारी बढ़े इसी संबंधित हमारा आज का कार्यक्रम जुड़ा हुआ है।”

गौरतलब हैं कि अब नए संसद भवन के उद्घाटन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। SC में एक याचिका दायर कर संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी के बजाए राष्ट्रपति से करवाने की मांग की गई है। आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की जाएगी।

बतादें कि संसद भवन का उद्घाटन 28 मार्च को होना है। इसको लेकर सरकार आमंत्रण पत्र बांट रही है। लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का कहना है कि कार्यक्रम में राष्ट्रपति को ना बुलाना उनका अपमान है।

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