रिपोर्ट- दिनेश पाण्डेय
Desk: उत्तराखंड विधानसभा में हुई भर्तियों के मामले को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल नें अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होनें कहा कि विधानसभा की सेवा नियमावली में विधानसभा अध्यक्ष को अधिकार है जिसके तहत ही सभी भर्तियां की गई हैं.
उन्होंने दो टूक शब्दों में साफ कहा कि सरकार चाहे तो देश की सबसे बड़ी एजेंसी जिस पर सरकार को विश्वास हो उनके कार्यकाल की नियुक्तियों की जांच करा सकती है. यदि उन पर किसी भी तरह का आरोप साबित हो जाता है तो वह सजा भुगतने को तैयार हैं. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि राज्य के पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश पंत से लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल तक नियुक्तियां हुई है.
यही नही मुख्यमंत्रियों ने अपने परिवार के लोगों को भी विधानसभा में नियुक्ति देने की सिफारिश भी की, क्योंकि यह परिपाटी शुरू से चली आ रही है, गोविन्द सिंह कुंजवाल ने कहा की सरकार चाहे तो विधानसभा में हुई सभी नियुक्तियों को लेकर उच्चस्तरीय जाँच करा ले जिससे दूध का दूध और पानी का पानी साफ़ हो जायेगा.