ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हुए सर्वे का विडियो वायरल होने पर एमआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ऐक्ट के मुताबिक 1947 में मस्जिद थी, मस्जिद है और रहेगी।” ओवैसी ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा, कि वीडियो फर्जी भी हो सकता है। सांसद ने कहा है कि यदि यह वीडियो सच भी है तो भी ज्ञानवापी मस्जिद थी, है और रहेगी।
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एमआईएमआईएम चीफ ने सर्वे का विडियो वायरल होने पर कहा, , ”जो वीडियो मीडिया में (वीडियो) चलाए जा रहे हैं, वो बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में तो जजों ने कहा कि मीडिया को नहीं चलाना चाहिए। यह सलेक्टिवली कौन दे रहा है। आप लीक कर लो, कुछ भी कर लो। 1991 का ऐक्ट है। ऐक्ट के मुताबिक 1947 में मस्जिद थी, मस्जिद है और रहेगी।” उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी सवाल खड़े किए और पूछा कि पार्टी चुप क्यो हैं।