ज्ञापनपी सर्वे रिपोर्ट दाखिल करेगी ASI टीम, रिपोर्ट के तारीख बढ़ाने की हो सकती है मांग !

वाराणसी जिला जज के निर्देश पर सबसे पहले 21 जुलाई को ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे का कार्य शुरू किया गया था। आदेश में 4 अगस्त को इसकी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपने के लिए कहा गया, लेकिन मुस्लिम पक्ष सर्वे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे को 26 जुलाई तक के लिए रोक लगा दिया था।

रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल, भारत समाचार

वाराणसी। ज्ञानवापी में चल रहे ASI सर्वे की रिपोर्ट 2 सितंबर को जिला न्यायालय में दाखिल किया जाना है। शनिवार को वजुखाना को छोड़ संपूर्ण ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे से संबंधित मामले की सुनवाई की जाएगी। दोपहर लंच के पश्चात होने वाली सुनवाई में पूर्व के आदेश के अनुसार ASI टीम को सर्वे की रिपोर्ट जिला जज की अदालत को सौंपनी है। वही ASI की टीम अभी भी सर्वे कार्य कर रही है, ऐसे में संभावना है कि ASI सर्वे और रिपोर्ट तैयार करने के लिए कोर्ट से और समय की मांग कर सकती है।

आदलत ने ज्ञानवापी में ASI सर्वे के लिए 28 दिन का दिया था समय

वाराणसी जिला जज के निर्देश पर सबसे पहले 21 जुलाई को ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे का कार्य शुरू किया गया था। आदेश में 4 अगस्त को इसकी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपने के लिए कहा गया, लेकिन मुस्लिम पक्ष सर्वे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे को 26 जुलाई तक के लिए रोक लगा दिया था। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को हाई कोर्ट जाने की बात कही थी। हाई कोर्ट में तीन दिन सुनवाई के बाद 3 अगस्त को फैसला देते हुए सर्वे जारी रखने की बात कही। ऐसे में 4 अगस्त से 28 दिनों तक लगातार ASI टीम ज्ञानवापी परिसर में सर्वे किया।

सर्वे के लिए मांगा जाएगा और समय, हिंदू पक्ष ने जताई सहमति

हिंदू पक्ष के अधिवक्ताओं के अनुसार ज्ञानवापी में हो रहे वैज्ञानिक सर्वे बेहद ही बारिकी से हो रहा है। सर्वे का कार्य अभी भी चल रहा है, ऐसे में रिपोर्ट 2 सितंबर को कोर्ट में सौंपा जाना संभव नही लग रहा। ज्ञानवापी परिसर में ASI टीम को सर्वे के लिए और समय चाहिए। वही मिली जानकारी के अनुसार ASI की टीम ज्ञानवापी में सर्वे के लिए समय बढ़ाए जाने के लिए जिला आदालत को प्रार्थना पत्र सौप सकती है। हिंदू पक्ष के अधिवक्ताओं ने बताया कि ASI सर्वे में करीब 2 महीने का समय लग सकता है। ASI की टीम यदि अदालत से समय मांगती है, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नही है। क्योंकि सभी चाहते है कि सर्वे का कार्य पूरी तरह और हर पहलू पर हो जाए। सर्वे में कोई वजूखाने को छोड़ कोई ऐसा तथ्य न छूटे जिससे आगे फिर सर्वे की जरूरत पड़े।

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