हमीरपुर ज़िले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र में स्थित एक सीमेंट फैक्ट्री के बाहर अज्ञात कारणों से एक मज़दूर की मौत हुई तो यहाँ हंगामा शुरू हो गया। मजदूरों ने फैक्ट्री के बाहर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया और मुआवज़े की मांग करने लगे। सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस और फैक्ट्री मैनेजमेंट ने मजदूरों को समझा बुझाकर जाम खुलवा दिया है।
सुमेरपुर थाना क्षेत्र के नज़रपुर में जेके कम्पनी की एक फैक्ट्री निर्माणाधीन है, जहाँ ज़िले के अलावा अन्य जिलों के मजदूर भी निर्माण कार्य में लगे हैं। आज यहाँ ड्यूटी पूरी कर के जैसे ही एक मजदूर गेट तक आया अचानक चलते चलते गिर गया और उसकी मौत हो गई। मृतक के मजदूर साथी जब तक कुछ समझ पाते मजदूर की मौत हो चुकी थी।
जिससे उसके अन्य मजदूर साथी उत्तेजित हो गए और काम ठप कर नेशनल हाइवे 34 पर जाम लगा दिया, और फैक्ट्री मैनेजमेंट से मुआवज़े की मांग करने लगे। बद्दल सिंह मज़दूर ने बताया की भीषण गर्मी पड़ रही है, ऐसे में हम लोग काम पर लगे हैं। अब जब साथी मजदूर महेश की मौत हो गई है, मृतक के तीन बेटियां और पत्नी है। उनके जीवनयापन के लिए मुआवज़ा मिलना चाहिए।
निर्माणाधीन फैक्ट्री से ड्यूटी पूरी कर के लौट रहे मजदूर की मौत की सूचना पर फैक्ट्री मैनेजमेंट और स्थानीय पुलिस पहुंची हुई थी, जिसने नेशनल हाइवे पर जाम लगाए मजदूरों को समझा बुझाकर जाम खुलवा दिया है, और जाम में फंसे वाहनों को सूचारू कर दिया है। इस समबन्ध में फैक्ट्री मैनेजमेंट कुछ बोलने को तैयार नहीं है, जबकि सुमेरपुर थाना प्रभारी भरत कुमार का कहना है की हमारा काम क़ानून व्यवस्था संभालना है, हमने जाम खुलवा दिया है, फैक्ट्री मैनेजमेंट और मजदूरों के बीत क्या बात हुई उसकी मुझे जानकारी नहीं है। मृतक महेश देवरिया का रहने वाला था, जिसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।