बांदा. हनी ट्रैप के बहुत से मामले आपने सुना और देखा होगा लेकिन उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से हनी ट्रैप का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। बांदा में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली एक महिला और उसके साथियों ने मिलकर एक सर्राफा व्यवसाई को पहले अपने हुस्न के प्रेमजाल में फंसाया, फिर उसके बाद ब्लैकमेलिंग का दौर शुरू हुआ। सर्राफा व्यवसाई ने इस गैंग के हाथों तकरीबन एक करोड़ रुपया लुटाने के बाद तंग आकर खुदकुशी कर ली, खुदकुशी से पहले सर्राफा व्यवसाई ने पांच पन्नों का सुसाइड नोट और लूटे गये रुपयों का हिसाब लिखकर इस ख़तरनाक हसीना के गैंग का पर्दाफाश कर दिया।
बीते एक मई को सर्राफा व्यवसाई और अधिवक्ता शैलेश जड़िया ने अपने फार्म हाउस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शैलेश चिड़िया की बांदा की चौक बाजार में शीला ज्वेलर्स के नाम से सराफा की दुकान हैं, वहीं पर शैलेश को हनी ट्रैप में फंसाने वाली राहिला बानो रोज ब्यूटी पार्लर की संचालिका हैं। 2017-18 में शैलेश किसी तरह राहिला के संपर्क में आ गए और इस शातिर महिला ने उन्हें अपने झांसे में फंसा लिया। फिर यहीं से राहिला उसके प्रेमी शादाब और उसके भाई जाफर और रईस द्वारा शैलेश को ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू हो गया।
फिलहाल सुसाइड नोट, डायरी के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हनीट्रैप गैंग लीडर को उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया। लेकिन मृतक के परिजन पुलिस कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हैं और सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। हनी ट्रैप के वैसे कई मामले आए दिन सामने आते रहते है, लेकिन बांदा की यह घटना अन्य लोगों के लिए सबक है। सभी को इन ख़तरनाक हसीनाओं से बचकर रहना चाहिए।