लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। सहारनपुर जिले के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक इमरान मसूद ने एक बार फिर पाला बदल लिया है। इस बार वो दोबारा कांग्रेस में शामिल होंगे। 7 अक्टूबर को होगी AICC में इमरान की ज्वॉइनिंग होगी। 2022 में कांग्रेस छोड़कर सपा में गए थेम उसके बाद सपा छोड़ने के बाद बीएसपी में शामिल हुए थे। बसपा ने उन्हें पश्चिम यूपी का प्रभारी बनाया था।
दिल्ली
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) October 4, 2023
➡इमरान मसूद दोबारा कांग्रेस में शामिल होंगे
➡7 अक्टूबर को होगी AICC में इमरान की ज्वॉइनिंग
➡2022 में कांग्रेस छोड़कर सपा में गए थे इमरान
➡सपा छोड़ने के बाद बीएसपी में शामिल हुए थे इमरान
➡BSP में पश्चिम यूपी के प्रभारी थे इमरान मसूद.#Delhi pic.twitter.com/yXuyLaS8B8
इमरान मसूद यूपी की राजनीति का बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों पर उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता रहे इमरान मसूद ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव का हाथ थामा था उसके बाद वह बसपा के साथ आ गए थे। लेकिन इमरान मसूद को बिना कारण बताये पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
इमरान मसूद का सियासी सफर…
इमरान मसूद…सहारनपुर में अपना वर्चस्व स्थापित करने वाले बसपा के कद्दावर नेता रहे हैं। इमरान मसूद, मुस्लिम समाज का मजबूत चेहरा माने जाते है। उनके सियासी सफर की बात करें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनकी लीडरशिप को काफी ज्यादा मजबूत माना जाता है। हालांकि वो अपने विवादित बयानों के लिए भी जाने जाते हैं। इमरान मसूद ने सहारनपुर के गंगोह इलाके में एक प्रभावशाली परिवार में जन्म लिया। ये परिवार इमरान के दादा काज़ी मसूद के नाम से अपनी धाक रखता था। परिवार को गंगोह घराना भी कहा जाता है। कहा जाता है कि ये परिवार सहारनपुर में इकलौता सियासी घराना रहा है। इमरान के चाचा काजी रशीद मसूद ने दशकों तक इस परिवार की सियासत को अपने नाम से आगे बढ़ाया।