दिल्ली- भारतीय अर्थव्यवस्था ने विकास के मुद्दो को लेकर थोड़ी मंदी का अनुभव किया है.दरअसल,ओपेक ने अक्टूबर के लिए अपने नवीनतम मासिक अपडेट में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने विकास में थोड़ी मंदी का अनुभव किया, जो 2Q24 में 6.7%, साल-दर-साल दर्ज की गई, जो पहली तिमाही में 7.8%, साल-दर-साल थी.
यह मंदी मुख्य रूप से चुनावी मौसम के दौरान सरकारी खर्च में कमी के कारण हुई. सेवा क्षेत्र, जिसने 2021 से अर्थव्यवस्था का औसतन 54% हिस्सा बनाया है, 2Q24 में 7.2%, साल-दर-साल, विकास देखा, जो 1Q24 में 6.7%, साल-दर-साल, से ऊपर था. सितंबर में बेरोजगारी दर घटकर 7.8% हो गई, जो अगस्त में 8.5% थी.निरंतर सरकारी समर्थन और खर्च के साथ-साथ उपभोक्ता खर्च में सकारात्मक गतिशीलता के साथ, 2024 के लिए भारत की विकास दर पिछले महीने के पूर्वानुमान के अनुरूप, 6.8%, साल-दर-साल होने का अनुमान है.
साल 2025 में विकास दर 2024 के उच्च आधार रेखा से घटकर 6.3%, साल-दर-साल होने की उम्मीद है, जो पिछले महीने के पूर्वानुमान के अनुरूप भी है. भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि 2H24 में जारी रहने की उम्मीद है, क्योंकि चुनाव के मौसम के कारण 2Q24 में मंदी के बाद सरकारी खर्च फिर से शुरू हो गया है.