रतन टाटा के निधन के बाद ये ये बातें चल रही थीं कि अब टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन कौन बनेगा? जिस पर शुक्रवार को मोहर लग गई है। रतन टाटा की विरासत को नोएल टाटा संभालेंगे। उन्हें टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें चेयरमैन के लिए चुना गया है। दरअसल, बुधवार, 9 अक्टूबर को देर रात रतन टाटा की लंबे समय से बीमारी के कारण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था। जिसके बाद से टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन का पद खाली हो गया था।
कौन हैं नोएल टाटा?
टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन नोएल टाटा रिश्ते में दिवंगत रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। नोएल, रतन टाटा के पिता नवल टाटा और सिमोन टाटा के पुत्र हैं। वर्तमान समय में नोएल टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रेसिडेंट के साथ नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं 4 दशक से नोएल टाटा, टाटा ग्रुप में अलग-अलग पदों पर काम कर रहे हैं। नोएल टाटा ग्रुप की कई कंपनियों जैसे टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, वोल्टास और ट्रेंट में प्रेसिडेंट के साथ टाइटन कंपनी लिमिडेट और टाटा स्टील में वाइस प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
निर्विरोध चुने गए चेयरमैन
रतन टाटा ने अपना कोई उत्तराधिकारी नहीं नियुक्त किया था। उनके निधन के बाद टाटा ट्रस्ट के बोर्ड को सार्वजनिक धर्मार्थ संस्था के मौजूदा ट्रस्टियों में से किसी एक को चेयरमैन बनाया जाना था। ऐसे में सर्वसम्मति से निर्विरोध नोएल टाटा को चेयरमैन चुन गया। नोएल टाटा सर रतन टटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं, जोकि इन ट्रस्ट का 66 फीसदी हिस्सेदारी टाटा संस में है। गौरतलब है कि टाटा समूह में टाटा ट्रस्ट की 66 फीसदी, मिस्त्री परिवार की 18.4 फीसदी, टाटा ग्रुप कंपनी की 13 फीसदी और अन्य की 2.6 फीसदी हिस्सेदारी है।