
भारत की दो सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनियां इन्फोसिस और टीसीएस ने इस वित्तीय वर्ष में इंजीनियरिंग कॉलेजों से हजारों छात्रों को नियुक्त करने का संकल्प लिया है, हालांकि राजस्व वृद्धि मंदीपूर्ण आर्थिक माहौल में अपेक्षाकृत कमजोर रहने की संभावना है।
Infosys और TCS का भर्ती अभियान:
- इन्फोसिस ने इस वित्तीय वर्ष में 20,000 नए इंजीनियरिंग स्नातकों को नियुक्त करने की घोषणा की है।
- टीसीएस ने अपने वार्षिक भर्ती लक्ष्य को 42,000 पर बनाए रखने का वादा किया है।
- विप्रो ने कहा है कि वह कैंपस भर्ती कार्यक्रम को मांग के आधार पर पुनः परिभाषित करेगा।
आर्थिक मंदी और भर्ती की चुनौती:
- आईटी सेवा कंपनियों के लिए भर्ती धीमी गति से चल रही है, क्योंकि महामारी के एक साल बाद उनके द्वारा भर्ती की गई बड़ी कार्यबल को समायोजित किया जा रहा है।
- अब, एआई एजेंट्स द्वारा कोड लेखन और प्रवेश स्तर के कार्यों के स्वचालन के कारण बड़ी संख्या में सॉफ़्टवेयर इंजीनियरों की जरूरत में कमी आई है।
- मानव संसाधन कंपनियों का कहना है कि आईटी सेवा कंपनियों से मांग में पहले ही मंदी आई है।
Infosys की कार्यबल स्थिति:
- इन्फोसिस ने 6,338 नए कर्मचारियों की भर्ती की, जिससे कंपनी की कुल कर्मचारी संख्या मार्च 31 तक 3,23,578 हो गई।
- कंपनी की स्वैच्छिक त्याग दर (attrition) चौथे तिमाही में 14.1% तक पहुंच गई, जो पिछले साल की 12.6% से अधिक है।
वेतन वृद्धि और कर्मचारियों की श्रेणियां:
- इन्फोसिस ने बताया कि इसके कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि अप्रैल से प्रभावी होगी। कंपनी ने जनवरी में औसतन 5-8% की वेतन वृद्धि की घोषणा की थी, जो पिछले वर्षों की तुलना में कम है।
- कर्मचारियों का प्रदर्शन चार श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है: उत्कृष्ट, सराहनीय, अपेक्षाओं को पूरा किया और सुधार की आवश्यकता।