यूपी विधानसभा चुनाव के छठे चरण में देवरिया की पथरदेवा विधानसभा सीट हाई प्रोफइल सीट बनी हुई है। पथरदेवा विधानसभा सीट से भाजपा ने वर्तमान कैबिनेट कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को फिर से टिकट दिया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने सपा सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने पूर्व मंत्री स्व. शाकिर अली के बेटे परवेज आलम पर भरोसा जताया है।
पथरदेवा विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मुस्लिम प्रत्याशी अंबर जहां को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके साथ ही इस विधानसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। एक तरफ यह विधानसभा सीट सपा प्रत्याशी ब्रह्माशंकर त्रिपाठी के लिए शाख का सवाल बना हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की किस्मत भी दांव पर लगी हुई है। हालांकि इस सीट पर वर्तमान में सपा प्रत्याशी ब्रह्माशंकर त्रिपाठी का पल्ला भारी दिखाई पड़ता है क्योंकि यहां की बड़ी आबादी में अपने विधायक को लेकर खासी नाराजगी है।
मतदाताओं के रुझान से इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों में जितनी नाराजगी प्रदेश की योगी सरकार को लेकर नहीं है उतनी नाराजगी स्थानीय विधायकों को लेकर लोगों में हैं। चूंकि पथरदेवा निर्वाचन क्षेत्र से दो मुस्लिम उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, ऐसे में भाजपा प्रत्याशी और योगी सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही इस आस में है कि वोटों के बंटवारे का सीधे तौर पर लाभ भाजपा को मिलने वाला है।
बता दें, कि देवरिया की पथरदेवा विधानसभा सीट मुस्लिम और दलित बाहुल्य सीट है। जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां अकेले 60 हजार की मुस्लिम आबादी तो 50 हजार की दलित आबादी है। इसके अलावा इस सीट पर 25 हजार यादव मतदाता, 37 हजार सैंथवार मतदाता, 32 हजार वैश्य आबादी और 11 हजार की राजभर आबादी है। वहीं ब्राह्मण-क्षत्रिय आबादी 32 है तो 12 हजार कुशवाहा आबादी, 17 हजार की निषाद, भूमिहार और चौहानों की आबादी और 48 हजार मतदाता हैं।