देहरादून- असम से पकड़ा गया आईएसआईएस के एजेंट हासिम फ़ारूक़ी का राजधानी देहरादून से कनेक्शन निकल है. वो यहाँ के रहने वाले एक यूनानी हकीम का बेटा बताया जा रहा है. हालाँकि, स्थानीय इंटेलिजेंस और पुलिस के अनुसार वह बीते दस साल से देहरादून नहीं आया है. केंद्रीय एजेंसी कई बार उसके बारे में जानकारी करने देहरादून आ चुकी हैं. बताया जा रहा है कि उसका पिता भी कई दिनों से ग़ायब है. हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है.
देहरादून-असम से पकड़ा गया आईएसआईएस का एजेंट
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) March 21, 2024
➡एजेंट हासिम फ़ारूक़ी का देहरादून से कनेक्शन निकला
➡यहां के निवासी यूनानी हकीम का बेटा बताया जा रहा
➡इंटेलिजेंस व पुलिस के अनुसार दस साल से यहां नहीं आया
➡हासिम फ़ारूक़ी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का पढ़ा हुआ
➡केंद्रीय एजेंसी… pic.twitter.com/UwtFQ7hfmD
बता दें कि केंद्रीय एजेंसी ने असम में हासिम फ़ारूक़ी नाम के एक युवक को उसके दोस्त के साथ गिरफ़्तार किया है. उसके दोस्त अनुराग ने कुछ दिन पहले इस्लाम क़बूल किया था.हासिम फ़ारूक़ी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का पढ़ा हुआ बताया जा रहा है. एसएसपी अजय सिंह ने बताया की हासिम के पिता यहाँ पर एक यूनानी दवाखाना चलते हैं. बीते बीस सालों से फ़ारूक़ी का परिवार देहरादून के डालनवाला में रहता है.
इस मामले में एसएसपी ने बताया कि स्थानीय पुलिस के पास काफ़ी समय से यह इनपुट था. लेकिन उसके बारे में पता चला कि हासिम बीते दस साल से देहरादून नहीं आया है. उसके पिता को भी देहरादून पुलिस ने संपर्क किया था.उधर, सूत्रों के मुताबिक़ एसटीएफ़ भी काफ़ी लंबे समय से हासिम के पिता के संपर्क में थी और उन्हें कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था.