Kaushambi: खाद वितरण में लापरवाही पर DM का कड़ा प्रहार, कई सहकारी समिति के सचिवों पर गिरी गाज

अक्टूबर महीने में 20 बोरी से अधिक खाद (डीएपी एवं एनपीके) लेने वाले किसानों का सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाए और उनकी रिपोर्ट फोटो सहित...

Kaushambi: खाद वितरण में लापरवाही और अनियमितता पर जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने कड़ी कार्रवाई की है। जिले की साधन सहकारी समितियों में हुए इस गड़बड़ी पर डीएम ने त्वरित संज्ञान लेते हुए नेवादा, तिलगुड़ी, बिदांव और पुरखास समितियों के सचिवों पर FIR दर्ज कराने का आदेश दिया है। साथ ही मंझनपुर समिति के सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, और अन्य सात सचिवों का एक दिन का वेतन भी रोकने का सख्त निर्देश जारी हुआ है।

कास्तकारों को हो कोई असुविधा, यह बर्दाश्त नहीं

खाद वितरण में अनियमितता की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी हुल्गी ने अपनी गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि उर्वरक का वितरण केवल खतौनी और आधार कार्ड देखने के बाद ही किया जाए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि वितरण प्रक्रिया में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और छोटे कास्तकारों को प्राथमिकता के आधार पर खाद दिया जाए।

सहायक विकास अधिकारियों पर भी हुई सख्ती

डीएम ने सहायक विकास अधिकारियों को भी कड़े शब्दों में चेतावनी दी, निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने विकास खंडों की समितियों का प्रतिदिन निरीक्षण करें और आख्या प्रस्तुत करें। लापरवाही पर अग्रिम आदेशों तक उनके वेतन को रोकने के भी निर्देश दिए गए हैं।

अधिक खाद लेने वाले किसानों का तत्काल सत्यापन

जिलाधिकारी ने यह भी आदेश दिया कि अक्टूबर महीने में 20 बोरी से अधिक खाद (डीएपी एवं एनपीके) लेने वाले किसानों का सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाए और उनकी रिपोर्ट फोटो सहित प्रस्तुत की जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार तिवारी, जिला कृषि अधिकारी डॉ. संतराम तथा सहकारी समिति के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

कौशांबी में अनुशासन कायम रखने का संकल्प

इस कार्रवाई के साथ जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि कौशांबी में कृषि और सहकारिता के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अनियमितता और लापरवाही को सख्ती से रोका जाएगा।

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