
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए खुलासे लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि लखीमपुर हिंसा मामले में आंदोलनरत किसानों के ऊपर चढ़ाई गयी ‘थार’, पहले से तय एक सुनियोजित योजना का हिस्सा थी। जानकारी के मुताबिक, 3 अक्टूबर को हुए तिकुनिया हिंसा मामले में पुलिस की जांच में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ पर्याप्त साबुत पाए जाने पर पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी में धाराएं बढ़ा दी हैं।
पुलिस के इस खुलासे के बाद प्रथम सूचना रिपोर्ट सं 219/21 में आशीष मिश्रा के खिलाफ धारा 307, 326, 34 आईपीसी व 3/25/30 आईपीसी की बढ़ोत्तरी की गयी है। पुलिस ने जांच में पाया कि यह एक पूर्व सुनियोजित नरसंहार था। जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने आपराधिक शाजिश रची और फिर घटना को अंजाम दिया गया।
बता दें कि बीते महीनों लखीमपुर खीरी में किसानों की कथित रूप से कुचल कर की गयी हत्या के मामले में एक तरफ लोगों में गुस्से का माहौल था तो दूसरी तरफ पूरे मामले में जमकर राजनीती भी हुई। चूंकि मामला किसानों के कथित नरसंहार से जुड़ा हुआ था तो योगी सरकार ने किसान संगठनों से बातचीत कर, मृतक किसानों को मुआवजा, उनके परिवार में एक सरकारी नौकरी और आरोपियों के खिलाफ शख्त कार्रवाई की मांग पर इस पूरे मामले को नियंत्रित किया था। ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई बिल्कुल अपेक्षित थी।