Desk : मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया. WHO ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया, WHO की लंबी चली बैठक के बाद ये फैसला लिया गया है. भारत में अब तक 3 मंकीपॉक्स के आ चुके हैं मामले, मंकीपॉक्स के भारत समेत 80 देशों में आ चुके मामले, 80 देशों के 16 हज़ार 886 मामलों की हो चुकी ही पुष्टि, 8 साल के बच्चों में मंकीपॉक्स का खतरा सबसे ज्यादा.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कुछ दिन पहले इस बीमारी को लेकर गाइडलाइन जारी की. इसके अंतर्गत कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बीमार लोगो के संपर्क में आने से बचना चाहिए. साथ ही बीमार या मृत जानवरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए. देश में मामलों को बढ़ता देख सरकार हरकत में है और कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं.
इन निर्देशों में कहा गया है कि…
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को त्वचा संबंधित रोगों से ग्रसित सहति बीमार लोगों के संपर्क में बचना चाहिए. लोगों को चुहा, गिलहरी, बंदर समेत किसी भी जंगली जानवर के संपर्क मे आने से बचना चाहिए. चुकि मंकीपॉक्स अफ्रीका से आई बीमारी मानी जाती है. इसको देखते हुए निर्देश में कहा गया है कि अफ्रीका मे जंगली जीवों से बनाए गए उत्पादों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बीमार व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. साथ ही उनके संपर्क में भी आने से बचना चाहिए. इस बात का ध्यान रखना चाहिए यदि कोई व्यक्ति बुखार, से पीड़ित है या उसके शरीर पर चकते नजर आए तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.