पूरे देश में इस सीजन मानसून मेहरबान है। मूसलधार बारिश से लोगों को भीषण गरमी से राहत मिली है। जुलाई के महीने में अबतक शानदार वर्षा दर्ज किया गया है, जिससे मानसूनी बारिश औसत प्रतिशत से ज्यादा हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो-तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और प्रायद्वीपीय भारत के पश्चिमी भागों के साथ में अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
जहां जून के महीने में 11 फीसदी कम बारिश हुई थी तो वहीं जुलाई में भारी वर्षा ये कमी पूरी हो गई है । बारिश के आंकडे बता रहे हैं कि जुलाई के पहले हफ्ते में हुई भारी बारिश ने कमी की भरपाई कर दी है। मगर इसकी वजह से पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून को मानसून सीजन शुरू होने के बाद से देश में 214.9 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य तौर पर बारिश 213.3 मिमी होती है।
बता दें उत्तर-पश्चिमी भारत में 3 प्रतिशत और दक्षिणी प्रायद्वीप में 13 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 30 जून तक 13 प्रतिशत कम बारिश हुई थी