उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की बिलारी तहसील के निलंबित SDM घनश्याम वर्मा के खिलाफ़ फर्नीचर कारोबारी ने इंसाफ न मिलने पर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। पीड़ित कारोबारी ने अधिवक्ता के माध्यम से इंसाफ की मांग करते निलंबित एसडीएम के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग है।
मुरादाबाद की बिलारी तहसील के निवासी जाहिद हुसैन के मुताबिक निलंबित एसडीएम बिलारी घनशयम वर्मा ने उनसे 2 लाख 60 हज़ार रुपए का फर्नीचर लेने के बाद उसके पैसे न देकर उल्टा उसके परिसर को बुलडोजर से गिरवा दिया था।
पीड़ित के मुताबिक मुरादाबाद के बिलारी तहसील में तैनात एसडीएम घनश्याम वर्मा ने अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए उसके घर पर बुलडोजर चलवा दिया था और फर्नीचर के बिल के पैसे देने को भी साफ़ मना कर दिया था। जिसको लेकर फर्नीचर कारोबारी जाहिद ने मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर के साथ ही मुरादाबाद के DM से SDM की लिखित शिकायत की थी, शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच SDM सुरेंद्र सिंह को सौंपी थी।
रिपोर्ट में बिलारी एसडीएम घनश्याम वर्मा दोषी पाए जाने के बाद कमिश्नर को रिपोर्ट सौप दी थी, कमिश्नर ने उस जांच रिपोर्ट पर SDM पर कार्यवाई की संसुति कर उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी थी, कमिश्नर की रिपोर्ट पर शासन ने SDM घन श्याम वर्मा पर कायर्वाही करते हुए उनको निलंबित कर दिया था। लेकिन पीड़ित फर्नीचर कारोबारी जाहिद हुसैन इस करवाई से सन्तुष्ट नही है, अब व्यापारी जाहिद ने कोर्ट का सहारा लेते हुए धारा 156/3 में वाद दायर कर इंसाफ की मांग की है।