विकासशील देशों के हितों को सुरक्षित करने की दिशा में आगामी G20 सम्मलेन बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है. इसी क्रम में भारत अपने G-20 अध्यक्षता के तहत बैठक की तैयारी कर रहा है. इस मामले से परिचित लोगों ने रविवार को कहा कि, “मुंबई में 13-16 दिसंबर को होने वाली G-20 की पहली बैठक का उपयोग भारत द्वारा उन मुद्दों को सामने लाने के लिए किया जाएगा जो विकासशील देशों के लिए प्रासंगिक हैं.”
भारत G20 की कामकाजी धाराओं में विकास के मुद्दों की प्रोफाइल को बढ़ाकर सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने में तेजी लाने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा. राजनयिक मामलों से परिचित एक अधिकारी ने कहा, ” सम्मेलन में परिवर्तनकारी क्षेत्रों और बदलावों पर जोर दिया जाएगा जो सभी सतत विकास लक्ष्यों पर गुणक प्रभाव को उत्प्रेरित कर सकते हैं.” इसके अलावा महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास, डिजिटल परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे भी बैठक का अहम हिस्सा होंगे.”
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अभी हाल में अपने एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि G20 सम्मलेन को एक उत्सव के तौर पर विचार किया जाना चाहिए. इस सम्मलेन को लेकर हमारा प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक जनभागीदारी हो. लोग विदेश निति की समझ को बढ़ाएं और राज्यों में इस सम्मलेन को लेकर जिस तरह की दिलचस्पी है, इससे हम निश्चित रूप से एक सकारात्मक संकेत देख रहे हैं.