
मुजफ्फरनगर. भारतीय किसान मजदूर मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ किसान नेता गुलाम मोहम्मद जौला का सोमवार सुबह उस समय दुःखद निधन हो गई जब वह अपने घर पर बैठे अखबार पढ़ रहे थे। किसान नेता की मौत की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई जिसके बाद परिवार को सांत्वना देने के लिए आसपास के इलाको से ग्रामीणों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। वही गुलाम मोहम्मद जौला के परिजनों की माने तो अखबार पढ़ते हुए हार्टअटैक आने से उनका निधन हुआ है। जिसके चलते ये भी क़यास लगाया जा रहा है की शायद कल भारतीय किसान यूनियन में हुए दो फाड़ की खबर के सदमे से उनकी मृत्यु हुई है।
आपको बता दे की एक जुलाई 1987 में बने भारतीय किसान यूनियन संगठन में भी इनकी अहम भूमिका रह चुकी है। किसान मसीहा रहे भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक स्व चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत से कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले गुलाम मोहम्मद जौला ने बहुत से आंदोलनों में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन मुज़फ्फरनगर जनपद में हुए 2013 दंगे के बाद गुलाम मोहम्मद जौला ने भारतीय किसान मजदूर मंच के नाम से अपना एक अलग मंच खड़ा कर लिया था।
दरअसल मुजफ्फरनगर के बुजुर्ग किसान नेता गुलाम मोहम्मद जौला का 87 साल की आयु में आज सुबह दुःखद निधन हो गया। उनके पुत्र साज़िद मुन्ना प्रधान ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि सुबह करीब 7 बजे अखबार पढ़ते हुए दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है की आज सायं 6 बजे उनके गाँव जौला में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।