
New Delhi: अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने हाल ही में घोषणा की कि वह अब बंद हो रही है। हिंडनबर्ग ने अदाणी समूह और कई अन्य व्यावसायिक संस्थाओं पर रिपोर्ट्स जारी की थीं, जिनमें विभिन्न आरोप लगाए गए थे। इस रिपोर्ट ने भारतीय बाजार में हलचल मचा दी थी। अब, हिंडनबर्ग के बंद होने की खबर सामने आई है, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने हिंडनबर्ग के बंद होने पर कहा, “हिंडनबर्ग ने अपनी दुकान बंद कर दी है, लेकिन यह साफ है कि इस रिपोर्ट का उद्देश्य भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाना और निजी मुनाफा कमाना था। हिंडनबर्ग के खिलाफ अमेरिका में भी जांच चल रही है। इसके बावजूद कुछ राजनीतिक दलों और उनके इकोसिस्टम ने इस रिपोर्ट को गोस्पेल की तरह अपनाया, जो देश की आर्थिक स्थिति के खिलाफ था।”
#WATCH | On Hindenburg Research disbanding, BJP Spokesperson Shehzad Poonawalla says, "Hindenburg report was 'supari' taken against India's rising economic power. This report was a sponsored, organised, orchestrated and manipulated act of economic anarchism and economic… pic.twitter.com/5z6ap6dLoM
— ANI (@ANI) January 16, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई थी
शहजाद पूनावाला ने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई थी और इसे खारिज करते हुए कहा था कि इसकी गतिविधियों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण भारत के निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये बर्बाद हुए हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था के खिलाफ साजिश
बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को अपने राजनीतिक फायदे के लिए अपनाया। शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी भारत के खिलाफ काम कर रहे थे और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए उन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का सहारा लिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को अब जवाब देना चाहिए कि उनका हिंडनबर्ग से क्या संबंध है और क्यों उन्होंने झूठे आरोपों को हवा दी।”
भारत की इकोनॉमी को कमजोर करने की साजिश
बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस और उसका इको-सिस्टम भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। पूनावाला ने कहा, “हिंडनबर्ग ने भारत की अर्थव्यवस्था को आर्थिक अराजकता की ओर ले जाने की कोशिश की। यह आर्थिक आतंकवाद था, और कांग्रेस इसका समर्थन कर रही थी।”
क्या अब कांग्रेस को करना होगा माफी?
बीजेपी ने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या वह हिंडनबर्ग के साथ अपने रिश्ते को लेकर सफाई देगी और देश से माफी मांगेगी। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का इस प्रकार का रवैया देशहित के खिलाफ है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल
बता दें कि, हिंडनबर्ग रिसर्च का बंद होना भारतीय राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। जहां एक ओर हिंडनबर्ग का बंद होना और उसकी रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस मुद्दे पर राजनीतिक घमासान जारी है। बीजेपी ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को बिना तथ्यों के आधार पर अपनाया और भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देती है।