अब मीडिया में भी बदलाव की जरूरत…” MANUU के मीडिया कार्यशाला में बोले भारत समाचार के प्रधान संपादक ‘ब्रजेश मिश्रा’

इस दौरान उन्होंने मीडिया में नवाचार को अपनाने के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए युवा पत्रकारों को मीडिया जगत में होते बदलावों के बारे में भी जानकारी प्रदान किया।

हैदराबाद के मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय में जनसंचार और पत्रकारिता विभाग द्वारा गुरुवार यानी 26 सितम्बर को एक कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसके उद्घाटन की अध्यक्षता खुद MANUU के कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने किया। इस कार्यशाला के उद्घाटन में मीडिया जगत से जुड़े देश के कई दिग्गज पत्रकार शामिल हुए। जिसमें भारत समाचार के प्रधान संपादक ब्रजेश मिश्रा को भी बतौर विषय विशेषज्ञ आमंत्रित किया गया। बता दें, यह कार्यशाला मीडिया में नवाचार और मोबाइल एवं डेटा पत्रकारिता जैसे विषयों पर आधारित है, जिसमें ब्रजेश मिश्रा ने सत्र को संबोधित किया।

इस दौरान उन्होंने मीडिया में नवाचार को अपनाने के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए युवा पत्रकारों को मीडिया जगत में होते बदलावों के बारे में भी जानकारी प्रदान किया। कार्यशाला में शामिल लोगों को सम्बोधित करते हुए ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि कैसे आज के समय में अखबार और टीवी समाचार चैनलों के दर्शकों की संख्या कम हो रही है और डिजिटल दर्शकों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि, “अब अपने अंदर भी बदलाव की जरूरत है। पत्रकारिता पूरी तरह बदल रही है और हम बहुत क्रांतिकारी दौर से गुजर रहे हैं। वर्तमान में पत्रकारिता अगले चरण में जा रही है। ऐसे में हमें तकनीक के साथ-साथ विषय-वस्तु पर भी समझदारी से काम करने की जरूरत है।”

वहीं, कार्यशाला में MANUU के कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए कार्यशाला को सम्बोधित किया। उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि मौलाना आजाद के नाम पर MANUU का नाम रखा गया है, जो एक महान पत्रकार थे, इसलिए जाहिर है कि इस विश्वविद्यालय में उर्दू पत्रकारिता की बहुत मजबूत नींव है। साथ ही, MANUU में मौलवी मुहम्मद बाकिर के नाम पर एक छात्रावास भी है, जो एक महान पत्रकार थे।

आगे अपने संबोधन में उन्होंने एक मुहावरे “ब्लेसिंग इन डिस्गाइज़” को उद्धृत करते हुए कहा कि, “कभी-कभी मोबाइल फोन हमारे लिए एक आशीर्वाद होता है और कभी-कभी यह हमारे लिए एक भेस बन जाता है। बता दें, इस पूरे वर्कशॉप का आयोजन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म फैकल्टी के HOD और डीन प्रो फरियाद की देखरेख में आयोजित हुआ। वर्कशॉप में प्रमुख रूप बीबीसी हिंदी के संपादक नितीन श्रीवास्तव, प्रो एहतेशाम एवम अन्य प्रोफेसर, फैकल्टी, स्कॉलर्स, रिसर्चर्स, और मानिंद हस्तियां मौजूद थीं।

Related Articles

Back to top button