
पाकिस्तान जहां अन्तर्राष्टीय मंच से आतंकवाद पर काबू पाने की बात करता है, जबकि ग्लोबल वाच एनालिसिस पत्रिका के अनुसार पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने की साज़िश कर रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के माध्यम से लगातार घाटी में आतंकवादियों को मदद की जा रही है। पत्रिका में आतंकवादी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाने की जरूरत है।
आतंकी गतिविधियों पर नज़र रखने वाली पत्रिका ग्लोबल वाच अनालिसिस में रोलैंड जैकार्ड लिखते हैं। एक तरफ तो आईएसआई कश्मीर में आतंकी संगठनो की मदद कर रहा है और साथ ही हथियारों और ड्रग्स की तस्करी कर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मिजहिद्दीन और लश्कर-ए -तैयबा की मदद से पाकिस्तान घाटी का माहौल बिगाड़ने की तैयारी कर रहा है। इतना ही नहीं पाकिस्तान एक नया तरीका नार्को-आतंकवाद का इस्तेमाल भी अवयवस्था फैलाने के लिए कर रहा है। इसमें नशीले पदार्थ की तस्करी कर जमा हुए पैसे के माध्यम से आतंकवाद को बढ़ावा दिया जाता है।
पाकिस्तान और पीओके में 20 से ज्यादा आतंकी ट्रेनिंग कैंप अभी भी सक्रीय हैं। जिससे करीब 150 आतंकवादी भारत में घुसने को तैयार हैं। रोलैंड ने चिंता जतायी है की जहां एक तरफ विश्व यूक्रेन युद्ध, मध्य अफ्रीकी गृह युद्ध और ताइवान संकट से जूझ रहा है। ऐसे में इस एशियाई हिस्से में शान्ति बने रहना अति आवश्यक है। जिसके लिए यूनाइटेड नेशंस, युरोपियन यूनियन आदि विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को सक्रीय रूप से योगदान देना होगा।