लखनऊ : समाजवादी पार्टी के विधायकों द्वारा महंगाई, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था को लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले थे लेकिन पुलिस ने सपा विधायकों के मंसूबो पर पानी फेर दिया और उनके घर घेर लिए, जिसके बाद समाजवादी पार्टी भड़क गई और कई नेता, विधायक पार्टी कार्यालय से विधानसभा के पास धरने को निकले लेकिन पुलिस ने पार्टी विधायकों को इको गार्डेन धरना स्थल भेज दिया.
आसमान छूती महंगाई व बेरोज़गारी और रसातल में गयी उप्र की बदहाल क़ानून-व्यवस्था के ख़िलाफ़ सपा के विरोध-प्रदर्शन को भाजपा सरकार लाठी-पुलिस से रोकना चाह रही है। भाजपा सरकार का ये दमन साबित करता है कि ये मुद्दे सच में जनता को प्रताड़ित कर रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 14, 2022
सपा जनता के साथ हमेशा खड़ी रहेगी। pic.twitter.com/Q5HI10Ju5R
पुलिस की इस कार्यवाही से भड़के सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने मीडिया को संबोधित किया और पुलिस की कार्यवाही पर अपना विरोध जताया है, मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 19 सितंबर को पैदल मार्च निकालेंगे, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे,सभी विधायक पैदल मार्च करते सत्र में शामिल होंगे,सपा मुख्य सचेतक ने कहा की यह पैदल मार्च किसान,बेरोजगार के लिए होगा.
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 14, 2022
इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि सपा विधानसभा में जनता की आवाज मजबूती से उठाएंगे, हमने धरना करने का ऐलान किया था, जनता के जुड़े मुद्दे पर धरने के एलान किया गया था, जिसको 14 से 18 सितम्बर तक चलना था। जिसकी सूचना विधानसभा अध्यक्ष को दी थी.लेकिन फिर भी पुलिस ने तय कार्यक्रम को नहीं होने दिया। विधायकों के घर को छावनी बना दी गई, अघोषित इमरजेंसी लगाकर हमारे विधायकों को रोका गया.
सपा के मुख्य सचेतक ने कहा की हम पुलिस की इस कार्यवाही की कड़ी निंदा करते है और आगे भी गरीब, नौजवानों की आवाज बुलंद करते रहेंगे, इसी क्रम में सभी विधायक राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ आगामी 19 सितम्बर को विधानसभा तक पैदल मार्च करेंगे.