
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातीय जनगणना के फैसले का स्वागत किया और इसे “PDA की जीत” करार दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि यह 90% PDA की एकजुटता की 100% जीत है और भाजपा सरकार को मजबूरन यह निर्णय लेने के लिए बाध्य होना पड़ा।
जाति जनगणना का फ़ैसला 90% पीडीए की एकजुटता की 100% जीत है। हम सबके सम्मिलित दबाव से भाजपा सरकार मजबूरन ये निर्णय लेने को बाध्य हुई है। सामाजिक न्याय की लड़ाई में ये पीडीए की जीत का एक अतिमहत्वपूर्ण चरण है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 30, 2025
भाजपा सरकार को ये चेतावनी है कि अपनी चुनावी धांधली को जाति जनगणना से दूर… pic.twitter.com/n7oszx3v0N
उन्होंने आगे कहा कि यह निर्णय PDA की जीत का एक महत्वपूर्ण चरण है, जो दशकों से लंबित था। “PDA के इस संघर्ष ने सरकार को इस फैसले को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया,” उन्होंने कहा। अखिलेश ने यह भी स्पष्ट किया कि यह जनगणना सही और ईमानदार तरीके से की जानी चाहिए, ताकि समाज के हर वर्ग को अपने अधिकार मिल सकें।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि एक ईमानदार जनगणना ही समाज को उनका हक और अधिकार दिला सकती है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक सरकार जातीय जनगणना से बच रही थी, लेकिन अंततः उसे यह स्वीकार करना पड़ा।
अखिलेश यादव ने अपने बयान में यह भी उल्लेख किया कि एक सही और निष्पक्ष जनगणना से न केवल समाज के पिछड़े और दलित वर्ग को उनका हक मिलेगा, बल्कि देश के लोकतंत्र को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय की आवश्यकता थी, और आज इस फैसले से देशवासियों को फायदा होगा।