खटीमा के ग्राम नौसर में बाघ ने आबादी क्षेत्र में घुसकर गाय की बछिया को घायल कर दिया है। इसके साथ ही खेतों में बाघ के पद चिन्ह मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल भी बना हुआ है। बाघ की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को अकेले जंगल ना जाने की सलाह दी है। साथ ही वन विभाग की टीमों को गांव के बाहर सुबह शाम गश्त करने के निर्देश वन अधिकारी ने जारी कर दिए है। साथ ही आबादी इलाके में बाग दिखने पर ग्रामीणों को वन विभाग को सूचित करने को कहा गया है।
खटीमा तहसील के नौसर गांव के ग्रामीणों में गाय पर बाघ के हमले के बाद दहशत का माहौल बना हुआ है। क्योंकि इस वक्त धान की फसल में सिंचाई एवं खाद डालने का समय है। इससे ग्रामीणों को खेत में काम करते समय डर और भय का माहौल बना हुआ है। बाघ के डर से खौफ के साए में रह रहे ग्रामीणों ने वन विभाग से गुहार लगाई है की बाघ को जल्द से जल्द कब्जे में लेकर ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान करें।
खटीमा वन रेंज के रेंजर राजेंद्र मनराल ने बताया कि नौसर ग्राम से ग्रामीणों का फोन आया था कि बाघ ने एक बछिया को घायल कर दिया है। वह स्वयं तत्काल वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे जहां उन्हें बाघ के हमले से घायल बछिया मिली, साथ ही खेतों में बाघ के पद चिन्ह भी मिले हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि कोई भी ग्रामीण सुबह और शाम को अकेला जंगल की ओर ना जाए और ग्रामीणों को यदि आबादी क्षेत्र के पास भाग दिखाई दे तो तत्काल वन विभाग को सूचित करें। वहीं वन विभाग की टीमें लगातार नौसर गांव के आसपास गस्त कर रही हैं।