
Desk : अखिलेश यादव ने एक झटके में गठबंधन से चाचा शिवपाल और ओपी राजभर को स्वतंत्र कर दिया। लेटर जारी कर सपा ने कहा कि आप जहाँ जाना चाहे जाने को स्वतंत्र है. लेटर जारी होने के बाद ओपी राजभर सामने आये कहा और इस तलाक का स्वागत किया. ओपी राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव के तलाक का स्वागत है मैं कहता रहा लड़ता रहा लेकिन कुछ नहीं, अखिलेश यादव मर्जी से काम करते हैं, 2024 में सब कुछ साफ हो जाएगा, गठबंधन तोड़ने के लिए स्वागत, वो चाहते थे, हम उनके सुर में सुर मिलाएं, हम किसी के सुर में सुर नहीं मिलाते, ‘आजमगढ़ में चौहान को लड़ाने के लिए कहा था’.
ओपी राजभर ने कहा कि आजमगढ़ में हमारी बात नहीं मानी, हम यादव मुसलमान के विरोधी नहीं, आगला कदम बहुजन समाज पार्टी, बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद, हम किसी के गुलाम नहीं, ‘अभी केवल 2 लेटर जारी हुए हैं आगे और भी होंगे’, उनके नवरत्न अपना बूथ नहीं जितवा सकते है, हमारी बातें उन्हें बुरी लगती थी.
बड़ा आरोप जड़ते हुए ओपी राजभर ने कहा कि सपा में केवल यादव चुनाव लड़ेगा, ‘अखिलेश किसी से ज्यादा वक्त कर गठबंधन नहीं रखते’, ‘अखिलेश ने कांग्रेस,बसपा से भी गठबंधन तोड़ा था’, अति पिछड़ों की बात अखिलेश को बुरी लगी, दलितों,अति पिछड़ों की नहीं सुनी गई.
आपको बता दें कि आज़मगढ़ और रामपुर में सपा की हार के बाद से ही ओपी राजभर अखिलेश पर हमलावर थे. अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए ओपी राजभर ने कहा था कि वो एसी कमरों से बाहर नहीं निकलते.