मशहूर अभिनेता रजनीकांत अभिनय में अपने खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उनको बोलीवूड फिल्म जगत का सबसे प्रतिष्ठित पुरष्कार दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया है। अवार्ड मिलने से रजनीकांत बहुत खुश हैं और उन्होंने इस अवार्ड को उन लोगों को समर्पित किया है जो उनके यहां तक के सफर में हमेशा साथ रहे। दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाजे जाने के दो दिन बाद यानी बुधवार को रजनीकांत, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले। उन्होंने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया के जरिये ट्विटर पर अपने मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए दी।
दरअसल, रजनीकांत को 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में, दादासाहब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया था। अवार्ड मिलने के बाद उन्होंने अपने सम्बोधन में अपने सभी दोस्तों और फैंस का शुक्रिया अदा किया और अपने मार्गदर्शक और संरक्षक, मरहूम फिल्मकार के बालचंदर को याद किया और अवार्ड इन लोगों की समर्पित किया। उन्होंने इस समारोह के दौरान अपने पुराने दिनों को याद किया जब वे एक बस कंडक्टर की नौकरी करते थे। उन्होंने अपना अवार्ड बॉलीवुड में कदम रखने के प्रेरणास्रोत और अपने सबसे करीबी दोस्त ड्राइवर राज बहादुर को समर्पित करते हुए मीडिया का धन्यवाद किया।
भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि रजनीकांत इस महान देश के उन महान सपूतों में से एक हैं जिन्होंने बतौर अभिनेता लोगों के दिलों में अपने लिए जगह बनायी उन्होंने ‘भैरवी’ और ‘शिवाजी सहित कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया है और अपने अभिनय के दम पर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को एक नया आयाम दिया है।
आपको बता दें कि रजनीकांत ने साल 1975 में भारतीय सिनेमा में कदम रखा था। इनको के बालचंदर ने पहली फिल्म ऑफर की थी। रजनीकांत ने अपनी पहली फिल्म ‘अपूर्वा रांगगल’ से ही दर्शकों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में की। बॉलीवुड में भी इन्होने अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। ‘हम’, ‘चालबाज’, ‘अंधा कानून’ और ‘रोबोट’ जैसी ब्लॉकबस्टर हिन्दी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों को अपना दीवाना बना दिया।