उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अखिलेश यादव पर निशाना साधा. मंगलवार को यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर अखिलेश यादव की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है. यह उत्तर प्रदेश के माहौल को खराब करने का एक असफल प्रयास है.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “जिन लोगों ने 2019 के कुंभ में डूबकी लगाई. जो लोग यह कहते हुए नहीं थकते वो भगवान राम-भगवान कृष्ण के वंशज हैं, वो अपनी ही पार्टी के एक नेता द्वारा राम भक्तों की भावनाओं को आहत करने वाले बयान पर आखिर चुप क्यों हैं. यह उत्तर प्रदेश के माहौल को खराब करने का एक असफल प्रयास है.”
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि जिन डॉ. राम मनोहर लोहिया का नाम लेकर के ये कहते हैं कि वो समाजवादी हैं. वही डॉ. लोहिया ने कहा था कि भगवान राम इस देश के कर्म हैं. भगवान कृष्ण इस देश के ह्रदय हैं. और भगवान शिव इस देश के मस्तिष्क हैं. अगर आप खुद को समाजवादी मानते हैं तो स्वामी के इस बयान के तत्काल बाद आपने इसका विरोध क्यों नहीं किया?
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में आगे कहा कि “समाजवादी पार्टी ने राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान रामलला का दर्शन करने के लिए जा रहे रामभक्तों को गिरफ्तार करके जेल में ठूस देने का काम किया. जिस प्रकार से 30 अक्टूबर और 2 नवंबर 1990 को राम भक्तों के खून से अयोध्या की धरती और सरयू के पानी को लाल करने का पाप किया गया. इससे समाजवादी पार्टी का असली चरित्र उजागर हुआ है.” उन्होंने कहा कि बिहार में जो काम लालू यादव की पार्टी कर रही है वही काम अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के माध्यम से किया जा रहा है.