
सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस की हैं। जिसमें उन्होंने अपने रामचरित मानस वाले बयान पर अडिग रहते हुए कहा मैं धमकियों से डरने वाला नहीं हूँ। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वोट देने के समय हम हिन्दू बाकि समय बेगाने हो जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा हमें धर्म की आड़ में अपमानित किया जाता है। अगर हम हिंदू हैं तो धर्म के नाम पर अपमान क्यों किया जाता हैं। सम्मान के समय हम बेगाना क्यों कर दिए जाते हैं। इस तरह से हमारे अपमान की व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, अपने पीछे चलने वालों को भी सम्मान दो। धर्म की आड़ में अपमान बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मैं संविधान को मानने वाला हूं। मैंने अपनी बात शांतिपूर्ण तरीके से कही हैं।
गौरतलब हैं इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने भारत समाचार से खास बातचीत में रामचरित मानस को लेकर दिए गए अपने बयान से जुड़े प्रश्नों का जवाब दिए। जिसमें उन्होंने पक्के पुल के पास मंदिर में जाने से रोके जाने वाले सवाल पर कहा था, जिन लोगों ने मेरे नाम के आगे अधर्मी लगाया है उन से बड़ा अधर्मी कोई नहीं है। कोई भी संत कोई भी महंत कभी किसी को मंदिर में आने जाने से नहीं रोक सकता हैं।
उन्होंने आगे कहा, वैसे भी जिस जगह मुझे रोकने के लिए पोस्टर लगाया गया है ना तो मैं ऐसी जगह पर गया हूं ना आगे कभी जाऊंगा। किसी दूसरे वर्ग का व्यक्ति जबान काटने और गर्दन काटने की बात करता है तो उसे आतंकवादी कहा जाता है मेरी गर्दन काटने की बात करने वाले संत महंत नहीं हो सकते हैं, बल्कि वह शैतान और आतंकवादी है। मुझ पर इनाम घोषित करने वाले आतंकवादी है।
उन्होंने कहा मैं अपने बयानों पर पूर्व की भांति अडिग हूं। ना तो मैं इन बयानों से पीछे हटा हूं ना हटूंगा। मैंने किसी धर्म का अपमान नहीं किया है। सिर्फ मैंने उन लाइनों को हटाने की बात की है जिसमें दलितों का, महिलाओं का और पिछड़ों का अपमान किया गया है।