यहां से निर्वासित किए गए सबसे अधिक भारतीय… सऊदी अरब ने अमेरिका को पीछे छोड़ा

सऊदी अरब ने 2025 में कुल 7,019 भारतीयों को निर्वासित किया। इसमें जेद्दा स्थित भारतीय दूतावास के आंकड़े भी शामिल हैं, जिन्होंने 3,865 भारतीयों के निर्वासन की पुष्टि की।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में कई भारतीयों को अवैध प्रवासियों के रूप में अमेरिका से निर्वासित किया गया था, जिसके कारण भारत में अमेरिका के खिलाफ कड़ी आलोचना हुई थी। हालांकि, अमेरिका से भारतीयों के निर्वासन की घटनाएं व्यापक रूप से चर्चा में रही, लेकिन विदेश मंत्रालय की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में सऊदी अरब ने भारतीयों को सबसे अधिक निर्वासित किया है, और यह अमेरिका से भी कहीं ज्यादा है।

विदेश मंत्रालय ने 18 दिसंबर को एक लिखित प्रश्न के जवाब में बताया कि सऊदी अरब ने अमेरिका से कहीं अधिक भारतीयों को निर्वासित किया है। रियाद स्थित भारतीय मिशन के आंकड़ों के मुताबिक, सऊदी अरब ने 2025 में कुल 7,019 भारतीयों को निर्वासित किया। इसमें जेद्दा स्थित भारतीय दूतावास के आंकड़े भी शामिल हैं, जिन्होंने 3,865 भारतीयों के निर्वासन की पुष्टि की।

सऊदी अरब से निर्वासित भारतीयों का वर्षवार विवरण:

  • 2021: 8,887 भारतीय
  • 2022: 10,277 भारतीय
  • 2023: 11,486 भारतीय
  • 2025: 7,019 भारतीय

अमेरिका से निर्वासित भारतीयों का वर्षवार विवरण:

  • 2021: 805 भारतीय
  • 2022: 862 भारतीय
  • 2023: 617 भारतीय
  • 2024: 1,368 भारतीय
  • 2025: 3,414 भारतीय

इस रिपोर्ट के अनुसार, जबकि अमेरिका में निर्वासन की घटनाओं पर व्यापक ध्यान दिया गया, वास्तव में निर्वासित किए गए भारतीयों की संख्या सऊदी अरब से कम रही। हालांकि, भारतीयों के लिए अमेरिका की सख्ती और व्यवहार ने इस मुद्दे को अधिक संवेदनशील बना दिया, जिससे भारतीयों के बीच इसका गहरा असर पड़ा।


विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारतीयों के निर्वासन के पीछे कई कारण रहे हैं, जिनमें निर्धारित वीजा अवधि से अधिक समय तक रुकना, वर्क परमिट के बिना काम करना, श्रम नियमों का उल्लंघन और अन्य कानूनी मुद्दे शामिल हैं।

इस आंकड़े के आधार पर यह स्पष्ट है कि सऊदी अरब ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीयों को निर्वासित करने में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, अमेरिका और सऊदी अरब दोनों ही देशों में भारतीयों के लिए चुनौतीपूर्ण स्थितियां रही हैं, लेकिन सऊदी अरब से भारतीयों के निर्वासन की संख्या अमेरिका से कहीं ज्यादा रही है।

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