
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का नाम बदलकर अब ‘सेवा तीर्थ’ रखा गया है। यह कदम सरकार द्वारा देश में औपनिवेशिक मानसिकता को खत्म करने और भारतीयता को बढ़ावा देने की दिशा में उठाया गया है। अब से प्रधानमंत्री कार्यालय को ‘सेवा तीर्थ’ के नाम से जाना जाएगा, जो सेवा और समर्पण की भावना को प्रमुखता देता है।
इसके अलावा, देश भर के राजभवनों के नाम भी बदल दिए गए हैं। अब से इन्हें ‘लोकभवन’ के नाम से जाना जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बदलाव का ऐलान करते हुए कहा कि राजभवन शब्द औपनिवेशिक मानसिकता का प्रतीक है, जिसे अब समाप्त किया जाएगा।
यह बदलाव राज्यपालों और उपराज्यपालों के कार्यालयों के संदर्भ में किया गया है, और अब इन्हें ‘लोकभावन’ और ‘लोक निवास’ के नाम से जाना जाएगा। पिछले साल राज्यपालों के सम्मेलन में हुई एक चर्चा के दौरान यह मुद्दा उठाया गया था, जिसके बाद इस कदम को अमल में लाया गया है।









