गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य पथ पर इस बार उत्तर प्रदेश की झांकी बेहद खास होने वाली है एक तरफ देश जहां आजादी का 75वा अमृत महोत्सव मना रहा है वही उत्तर प्रदेश की झांकी की थी एक जनपद एक उत्पाद और काशी विश्वनाथ धाम के ऊपर आधारित होगी।
उत्तर प्रदेश की झांकी के अगले हिस्से में उत्तर प्रदेश सरकार की नई सूचना लघु एवं मध्यम उद्यम नीति और औद्योगिक विकास नीति पर आधारित एक जनपद एक उत्पादन को दर्शाया गया है जो तर प्रदेश की पारंपरिक सिल्क बुनकर हस्तशिल्प के माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था की के जतिन को भी दिखाता है जिसमें मुरादाबाद की पीतल की इंडस्ट्री सहारनपुर की शिल्पकारी और गोरखपुर की टेराकोटा को दर्शाया गया है।
उत्तर प्रदेश के प्रशंसक अधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि झांकी के पिछले भाग पर काशी विश्वनाथ धाम को प्रदर्शित किया गया है जो अपने गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है वाराणसी शहर का रोड़ा और 80 दोनों नदियों से मिलकर बना है गंगा के पश्चिम तट पर बसी इस नगरी के हृदय में स्थित काशी विश्वनाथ धाम में भगवान विश्वेश्वर का जोर तालिम प्रतिष्ठित है वही झांकी के बीच के हिस्से में काशी विश्वनाथ धाम में स्थित विभिन्न घाटों पर साधु-संतों द्वारा पूजा अर्चना के साथ ही सूर्य को अर्ध्य जाने की परंपरा को भी प्रदर्शित किया गया है।
उत्तर प्रदेश की झांकी को इस बार दिल्ली की विविड इंडिया एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग कंपनी ने अंबिका जेटली ने नेतृत्व में बनाया गया है इस झांकी को बनाने में लगभग 40 दिन का समय लगा 20 से 25 फाइन आर्ट के बंगाल से आए कारीगरों ने बनाया है। झांकी के काशी विश्वनाथ धाम को प्रदर्शित करने के लिए आर्टिस्ट खुद काशी विश्वनाथ धाम गए थे और वहां पर लाइव तस्वीरें खींची जिसके बाद इस झांकी को तैयार किया गया है।