
नोएडा शहर में बने सुपरटेक ट्विन टावरों के बहुप्रतीक्षित विध्वंस से पहले नोएडा की एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी में रहने वालों को बाहर निकल जाने के लिए कहा जा रहा है। रविवार को पुलिस मौके पर व्यवस्था करने के लिए पहुंची। सैकड़ों लोग जो इस ट्विन टावर के आसपास रहते हैं, उन्हें यहां से बाहर निकला जायेगा। नोएडा अथॉरिटी की तरफ से स्मॉग गन लगाई गई है।
आईये सुपरटेक के इस टॉवर के विध्वंश को इन बिंदुओं से समझते हैं।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए विध्वंस करने में लगभग 3,700 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग करके किया जाएगा। शनिवार को इसकी फाइनल चेकिंग की गई है।
- एपेक्स और सियान, जुड़वां टावर, देश में पहली बार किसी इतनी ऊँची ईमारत के गिराने का उदाहरण बनेंगे। इस पूरी प्रक्रिया में मात्र नौं सेकंड का समय लगेगा।
- नोएडा पुलिस की तरफ से ट्विन टावरों के चारों ओर 50 मीटर तक सख्त बैरिकेडिंग की गई है।
- एडिफिस इंजीनियरिंग के उत्कर्ष मेहता (Edifice Engineering’s Utkarsh Mehta) इसकी अंतिम जांच करने के लिए मौके पर उपस्थित हैं। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, बेशक, मैं भी घबराया हुआ हूं लेकिन हमें 100 % विश्वास है कि विस्फोट योजना के अनुसार होंगे। पिछले 6 महीनों से हम लोगों को चिंता न करने के लिए कह रहे हैं, और आज भी हम यही कहेंगे हैं।
- एमराल्ड कोर्ट सोसायटी में रहने वाले मनु सोनी ने रविवार की सुबह अपने चार सदस्यों के परिवार के साथ घर खाली कर दिया। उन्होंने कहा, हम सिल्वर सिटी अपार्टमेंट में एक पारिवारिक मित्र के घर पर रहेंगे। जो ट्विन टावर्स से लगभग 200 मीटर दूर है। और हम टीवी पर ट्विन टावर के विध्वंस को देखेंगे। क्योंकि हम अपनी बालकनी के बाहर कदम नहीं रखना चाहते हैं।
- लगभग सभी लोगों ने सोसाइटी को खली कर दिया है। 20 प्रतिशत से भी काम लोग सोसाइटी में बचे हैं। जल्द ही बचे हुए लोगों को भी वहां से हटा लिया जायेगा।
- रविवार सुबह तड़के कुछ पशु कल्याण संगठन घटनास्थल पर पहुंचे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई आवारा जानवर तोड़े जाने की प्रक्रिया के बीच मौके पर न हो।
- ट्विन टावर के आस पास व उसके ऊपर नो फ्लाई ज़ोन घोषित किया गया है। 31 अगस्त तक इलाके में निजी ड्रोन को उड़ाने पर रोक लगायी गयी है।
- ट्विन टावर की कनेक्टिंग की सभी सड़कें बंद रहेंगी। गूगल मैप में भी 28 अगस्त को डाइवर्जन दिखाई देगा। साथ ही करीब 1 घंटे तक नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेस-वे भी बंद रहेगा। एमरजेंसी रूट के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। लोगों की 1800 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था कराई गई है।
- पिछले साल अगस्त में अदालत ने 32 मंजिला टावरों को गिराने का आदेश दिया था. इन निर्माणाधीन फ्लैटों में निवेश करने वाले प्रभावित घर खरीदारों को 12% ब्याज के साथ पूर्ण वापसी का वादा भी किया गया था।