
वाराणसी। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के गुरु कहे जाने वाले सुभाष ठाकुर को पांच साल के बाद वाराणसी के सर सुंदरलाल अस्पताल से फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। आजीवन कारावास की सजा काट रहे सुभाष ठाकुर पिछले पांच साल से अपने स्वास्थ्य का हवाला देकर अस्पताल में डेरा जमाए हुए था। वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इसे संज्ञान में लेकर 12 डॉक्टरों की टीम गठित किया और सुभाष ठाकुर के स्वास्थ्य की जांच करवाई। जांच में माफिया सुभाष ठाकुर स्वस्थ्य मिला, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने उसे जेल भेजने का आदेश दिया। सोमवार की रात कड़ी सुरक्षा के बीच माफिया सुभाष ठाकुर को जेल भेज दिया गया। वही सुभाष ठाकुर के पांच साल बाद जेल जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।
पूर्वांचल के शूटरों सहित अंडरवर्ल्ड डॉन का कहा जाता है गुरु
वाराणसी के फूलपुर थानाक्षेत्र के नेवादा गांव का रहने वाला माफिया सुभाष ठाकुर कई नामों से जाना जाता था है। इसे कोई सुभाष राय तो कोई बाबा के नाम से पुकारता है। माफिया सुभाष ठाकुर 90 के दशक में मुंबई का एक कुख्यात नाम से जाना और पहचाना जाता है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद भी सुभाष ठाकुर के गिरोह में काम कर चुका है और सुभाष ठाकुर को दाऊद का गुरु कहा जाता है। हालांकि 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के बाद सुभाष ठाकुर ने दाऊद से नाता तोड़ दिया। वही वर्ष 2017 में सुभाष ठाकुर ने वाराणसी कचहरी में दाऊद से खतरा बताते हुए बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग की थी। वर्ष 1992 में मुंबई में हुए एक हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में कोर्ट ने वर्ष 2000 में सुभाष ठाकुर को आजीवन कारावास की सजा सुनाया। तब से सुभाष ठाकुर पुलिस की निगरानी में है। वही कहा जाता है, कि आज भी जब मुंबई में कोई वारदात पूर्वांचल के शूटर अंजाम देते, तो महाराष्ट्र पुलिस की शक की सुई सबसे पहले सुभाष ठाकुर पर होती।
2019 से बीमारी का हवाला देकर बीएचयू में करवा रहा था ईलाज, जेल जाने से पहले खुद को बताता रहा बीमार
उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे माफिया सुभाष ठाकुर ने वर्ष 2019 में आंख में इन्फेक्शन, गुर्दे और पेट की बीमारी का हवाला देकर बीएचयू अस्पताल में भर्ती हुआ। पिछले 5 साल से अस्पताल में मौजूद रहकर ईलाज करवाए जाने का हवाला देता रहा। ऐसे में डीजी जेल ने इसे गंभीरता से लिया और वाराणसी पुलिस कमिश्नर को स्वास्थ्य जांच के लिए डॉक्टरों की टीम भेजने की बात कही। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के तरफ से गठित डॉक्टरों की टीम ने माफिया को पूरी तरह स्वस्थ्य होने की रिपोर्ट दी। इसके बाद उसे बीएचयू अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार सोमवार की रात जब उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेजा रहा था, तब भी माफिया सुभाष ठाकुर खुद को बीमार बताते हुए और जांच करने की बात कह रहा। हालांकि पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच उसे फतेहगढ़ जेल के लिए रवाना किया। जेल जाते समय का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, जिसमें वह व्हीलचेयर पर बैठा था और सफेद दाढ़ी और सफेद कपड़ों में अस्पताल से बाहर आते समय सभी का अभिवादन स्वरूप हांथ जोड़ता दिख रहा है।