UP : अंधेरे में जिला अस्पताल, मरीजो ने तोड़ा दम… आक्सीजन न मिलने से हुई मौत…

वीवीआईपी जिले में सुमार यूपी के रायबरेली जिले में स्वास्थ्य सुविधाये राम भरोसे है, जिला अस्पताल में कहने को तो 24 घण्टे बिजली उपलब्ध रहती है पर अगर किन्ही कारणों से लाइट चली जाए तो जनरेटर की भी सुविधा है पर जिला अस्पताल का जनरेटर सिर्फ इसलिए नहीं चलाया जाता क्योकि डीजल की खपत जो होगी, जी हां आज हम आपको कुछ ऐसी तस्वीरें दिखाएंगे जो न सिर्फ यह कहने को मजबूर हो जाएंगे की योगी सरकार की किरकिरी जिला अस्पताल प्रशासन की वजह से हो रही है।

क्योकि जिला अस्पताल में घण्टो से लाइट न आने पर भी जनरेटर नही चलाया जाता बल्कि टार्च की रोशनी में मरीजो का इलाज किया जाता है साथ ही एडमिट मरीजो को भी भीषण गर्मी में न सिर्फ 2 -4 होना पड़ता है। बल्कि लाइट न होने के चलते ऑक्सीजन की सुविधा न मिलने से 2 मरीजो की मौत भी हो गई।

दरसअल जिला अस्पताल में मंगलवार को शाम 7 बजे से लाइट नही आ रही थी इस दौरान जिला अस्पताल में इमरजेंसी से लेकर वार्डो में न सिर्फ मरीज व तीमारदार भीषण गर्मी से परेशान दिखे बल्कि अस्पताल का स्टॉफ व डॉक्टर भी परेशान रहे क्योकि लगभग 4 से 5 घण्टे जिला अस्पताल पूरा अंधेरे में रहा टार्च की रोशनी में डॉक्टर व स्टाफ मरीजो का इलाज करते दिखे।

यही नही कई पेशेंट वार्डो से निकल कर बाहर फर्स पर लेटे दिखाई दिए तो कई मरीज वार्डो में तड़पते भी दिखाई दिए, हद तो तब हो गई जब सांस के पेशेंट मरीज आक्सीजन के अभाव में तड़प रहे थे पर उनकी कोई सुनने वाला नही था क्योकि बिना लाइट के आक्सीजन मशीन नही चल रही थी और अंत मे दो मरीजो की आक्सीजन न मिलने से मौत भी हो गई।

ये तो हाल वार्डो का था पर जब भारत समाचार की टीम इमर्जेनशी में पहुची तो वहां की हालत और चिंताजनक दिखी, इमर्जेनशी में आ रहे मरीजो का इलाज टार्च व मोमबत्ती की लाइट में किया जा रहा था, भारत समाचार के रिपोर्टर रोहित मिश्रा ने मरीजो व उनके तीमारदारों से खास बातचीत की जिसमे लोगो ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

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